ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: सहरसा में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 3 थानाध्यक्ष समेत कई अफसरों का तबादला BIHAR: दो बाइक की सीधी टक्कर में एक की दर्दनाक मौत, दो की हालत नाजुक Bihar Land News: बिहार के इस जिले में 84 हजार से अधिक जमीनों की रजिस्ट्री पर क्यों लग गई रोक? जानिए.. इसके पीछे की वजह Bihar Land News: बिहार के इस जिले में 84 हजार से अधिक जमीनों की रजिस्ट्री पर क्यों लग गई रोक? जानिए.. इसके पीछे की वजह Bihar News: मदरसा शिक्षा बोर्ड का हुआ गठन, JDU नेता को बनाया गया अध्यक्ष तो MLC बने सदस्य, पूरी लिस्ट देखें... Chenab Bridge Story: चिनाब ब्रिज की नींव में बसी है इस प्रोफेसर की 17 साल की मेहनत Andre Russell-Virat Kohli: रसल को रास न आया टेस्ट क्रिकेट पर कोहली का बयान, कहा "सम्मान करता हूँ मगर..." Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला जमुई पुलिस और एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई,15 साल से फरार महिला नक्सली सीता सोरेन गिरफ्तार

लालू के पैरोल पर हेमंत सरकार ने नहीं लिया फैसला, अब ग्रुप ऑफ मिनिस्टर के पाले में गेंद

लालू के पैरोल पर हेमंत सरकार ने नहीं लिया फैसला, अब ग्रुप ऑफ मिनिस्टर के पाले में गेंद

13-Apr-2020 05:59 PM

RANCHI : चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को पैरोल पर रिहा किए जाने पर हेमंत सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है. रांची में आज हुई हेमंत कैबिनेट की बैठक में लालू के पैरोल पर कोई भी सीधा फैसला नहीं लिया गया. लालू यादव के परिवार और उनकी पार्टी से जुड़े नेता लगातार हेमंत कैबिनेट की बैठक में लिए जाने पर वाले फैसले का इंतजार कर रहे थे, लेकिन इस संबंध में कैबिनेट में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.


लालू यादव को पैरोल पर रिहा किया जाएगा या नहीं इसे लेकर अब झारखंड सरकार की तरफ से बनाए गए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर के पाले में गेंद चली गई है. कैबिनेट की बैठक में आज लॉक डाउन को लेकर सरकार की तरफ से लिए जाने वाले फैसलों के लिए एक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर का गठन किया गया है.


कैबिनेट की बैठक के बाद ऑफिशियल ब्रीफिंग के दौरान जब लालू के पैरोल पर सवाल किया गया तो सरकार की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया गया कि कैबिनेट के एजेंडे में ऐसा कोई प्रस्ताव शामिल नहीं था, हालांकि ग्रुप ऑफ मिनिस्टर लॉक डाउन की परिस्थितियों के बीच हर तरह का फैसला लेने के लिए अधिकृत रहेगा. माना जा रहा है कि अब यही ग्रुप ऑफ मिनिस्टर इस बात की अनुशंसा करेगी कि लालू यादव सहित 70 साल से ज्यादा उम्र के अन्य बंदियों को पैरोल पर रिहा किया जाए या नहीं दिया जाये. 


क्या नियमों को नकार कर हेमंत सोरेन करेंगे फैसला
झारखंड के जेल आईजी पहले ही पेरोल के नियमों को बता चुके हैं. वे कह चुके हैं कि पेरोल आर्थिक अपराध में सजायाफ्ता व्यक्ति को नहीं दिया जाता. उधर लालू यादव को 7-7 साल की दो सजा मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने 7 साल से कम सजा वालों को पेरोल पर छोड़ने को कहा है. उधर लालू प्रसाद यादव जेल में नहीं हैं. वे तबीयत खराब होने के कारण काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं. सुप्रीम कोर्ट ने जेल में भीड़ कम करने के लिए कैदियों को पेरोल पर छोड़ने को कहा है. लेकिन लालू जेल में नहीं हैं. लिहाजा देखने की बात होगी कि क्या हेमंत सोरेन नियम-कायदों को नकार कर लालू यादव के लिए पेरोल की मंजूरी देंगे.



रिम्स में भर्ती लालू बेचैन हैं
FIRST BIHAR आपको पहले ही खबर दे चुका है कि रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव बेचैन हैं. वे अपने कमरे से बाहर नहीं निकल नहीं रहे हैं. दिन भर मुंह पर मास्क लगाने के साथ साथ रात के सोते वक्त भी चेहरे को कपड़े से ढ़क कर सो रहे हैं. हालांकि डॉक्टर उनका लगातार चेकअप कर रहे हैं. चेकअप में उनका तबीयत पहले की तरह का ही है. सिर्फ सुगर लेवल बढ़ा है जिसके कारण इंसुलिन की मात्रा बढ़ा दी गयी है.