ब्रेकिंग न्यूज़

10 साल तक JE पद पर काम, लेकिन डिग्री निकली फर्जी, खगड़िया नगर परिषद में बड़ा घोटाला उजागर बेगूसराय में करंट से चाचा-भतीजी की मौत, ई-रिक्शा चार्ज करते समय हुआ हादसा BIHAR: अवैध खनन के खिलाफ खान एवं भूतत्व विभाग की कार्रवाई, 7 दिन में 1000 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी पटना SSP की टीम में होंगे 'ऑपरेशन स्पेशलिस्ट' ! नक्सलियों-कुख्यातों पर काल बनकर किया है प्रहार...अब अपराधियों के लिए आफत बनेंगे ''अफसर हुसैन'' BIHAR: पागल कुत्ते ने 50 से अधिक लोगों को काटा, गुस्साए लोगों ने लाठी-डंडे से पीटकर मार डाला Bihar News: स्टेट हाइवे में तब्दील होगी बिहार की यह सड़क, इन 3 जिलों के लोगों को होगा विशेष लाभ मुंगेर में बिजली विभाग के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन, शॉर्ट सर्किट से गुस्साए लोगों ने किया हंगामा Bihar News: बिहार के इस जिले में लगने जा रही टेक्सटाइल इंडस्ट्री, खर्च होंगे ₹400 करोड़ कांग्रेस की दुर्गति: 'अल्लावरू' ऐसे औंधे मुंह गिरे, अब रैली कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे !....तो बक्सर में सुपर फ्लॉप रैली के नायक बन कर उभरे बिहार प्रभारी ? महिला डांसर को बंधक बनाकर सरेआम बेल्ट से पीटने का वीडियो वायरल, न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता

कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद आज लगी मुहर, तीनों कानून रद्द करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने दी मंजूरी

कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद आज लगी मुहर, तीनों कानून रद्द करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने दी मंजूरी

24-Nov-2021 02:21 PM

DESK: 19 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। आज केंद्रीय कैबिनेट ने तीनों नए कृषि कानूनों की वापसी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब इस प्रस्ताव को संसद के शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों में पारित कराया जाएगा। जिसके बाद कृषि कानूनों को खत्म किया जाएगा। 


गुरु पर्व के दिन पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार ने इन कृषि कानूनों को किसानों के हित में लाई थी लेकिन हम कुछ किसानों को समझाने में नाकाम रहे। अगले संसद सत्र में कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। तीनों नए कृषि कानूनों को 17 सितंबर, 2020 को लोकसभा ने मंजूर किया था।


 राष्ट्रपति ने तीनों कानूनों के प्रस्ताव पर 27 सिंतबर को हस्तांक्षर किए थे। इसके बाद से ही किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था। संविधान एक्सपर्ट ने बताया कि किसी भी कानून को वापस लेने की प्रक्रिया भी उसी तरह होगी जिस तरह से कोई नया कानून बनाया जाता है। 


सबसे पहले सरकार संसद के दोनों सदनों में इस संबंध में बिल पेश करेगी। संसद के दोनों सदनों से ये बिल बहुमत के आधार पर पारित किया जाएगा। बिल पारित होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा जिसके बाद राष्ट्रपति उस पर अपनी मुहर लगाएंगे। जिसके बाद सरकार नोटिफिकेशन जारी करेगी। नोटिफिकेशन जारी होते ही कृषि कानून रद्द हो जाएगा।