Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार
30-Jan-2020 03:38 PM
DESK : मां के लिए मासूम का प्यार देख कर जज को उसके आगे झुकना पड़ा. मामला भोपाल का है. जहां जेल में बंद मां से मिलने के लिए बिलख रहे एक 4 साल के बच्चे को उसकी मां से मिलवाने के लिए बुधवार की रात अतिरिक्त जिला न्यायालय (विशेष) को खोला गया और उसे उसकी मां से मिलवाया गया तब जाकर बच्चा चुप हुआ.
मामला नादिरा बस स्टैंड भोपाल का है. सागर के रहने वाले शहजान अली, आफरीन और नगमा को एक नाबालिग लड़की से जुड़े आपराधिक मामले में गिरफ्तार कर केंद्रीय जेल सागर भेज दिया गया था. आफरीन का चार साल अपने चाचा के साथ अभी है और वह बुधवार की रात अपनी मां से मिलने को लेकर अड़ गया और जेल के बाहर रोने लगा. चाचा के लाख समझाने पर भी वह चुप नहीं हुआ. इसके बाद यह बात केंद्रीय जेल के अफसरों काे पता चली.
जेलर नागेंद्रसिंह चौधरी ने जेल सुपरिटेंडेन्ट संतोषसिंह सोलंकी को पूरे घटनाक्रम से वाकिफ कराया. पर जेल नियमों के हवाला देकर सोलंकी ने बताया कि मुलाकात का समय अब नहीं बचा है और बच्चे के चाचा को सुबह आने की बात कही. जिसके बाद बच्चा बुरी तरह बिलख-बिलखकर रोने लगा और जेल परिसर से बाहर जाने को तैयार नहीं हुआ. इसके बाद मामला विशेष न्यायाधीश एडीजे डीके नागले के पास पहुंचा. बच्चे की मां की तरफ से एक लिखित आवेदन कोर्ट में पेश करने की बात कह न्यायाधीश भी रात करीब 8. 30 जिला न्यायालय पहुंच गए. जिसके बाद जारौन को उसकी मां से मिलाया गया.