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15-Jul-2022 08:37 AM
PATNA : राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ इलाके से आतंकियों का स्लीपर सेल ऑपरेट किया जा रहा था, जिसके बाद 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब इनके खिलाफ जो FIR दर्ज की गई है, उससे कई खुलासे हुए हैं। इनका पहले टारगेट नूपुर शर्मा और उनके समर्थक थे। ये लोग इस्लाम विरोधियों से बदला लेना के मंशे से ये खेल रच रहे थे। खुलासे के बाद पुलिस ने जांच तेज़ कर दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को भी फुलवारी शरीफ में छापा मारकर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। इससे पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के दो सदस्यों को दबोचा गया था, जिनकी पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के रूप में हुई।
इन आतंकियों का एकमात्र लक्ष्य इस्लाम विरोधियों से बदला लेना था। इसी मकसद से एसडीपीआई और पीएफआई की आड़ में गुप्त जिहादी दस्ता तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दी जा रही थी. भारत के युवाओं को ये लोग अपनी बातों में फसांकर उन्हें जिहादी दस्ते से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे। संगठन के लोग बड़ी गहराई से फेसबुक, टि्वटर समेत अन्य दूसरे माध्यमों से इस्लाम पर कमेंट या फिर आपत्तिजनक कमेंट करने वालों पर नज़र रख रहे थे। गिरफ्तार जलालुद्दीन और अतहर के पास से बरामद सामान से साफ़ हो गया है कि संगठन 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का टारगेट लेकर चल रहा था।
बुधवार को एसडीपीआई और पीएफआई की आड़ में देश विरोधी साजिश रचने का भांडाफोड़ हुआ। वहीं इनकी गिरफ्तारी के बाद एक और नाम भी सामने आया, जो बैठक के लिए फंड का इंतजाम करता था। दरअसल, ये शख्स भी फुलवारी शरीफ इलाके का ही रहने वाला है, जिसका नाम अरमान मलिक है। पुलिस ने अरमान मलिक को भी गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस को अन्य 23 लोगों की तलाश है, जिनका कांटेक्ट इस संगठन से है। इसमें पटना और दरभंगा के अलावा दूसरे राज्यों के लोग भी शामिल हैं।