Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
13-Nov-2024 12:23 PM
By First Bihar
SIWAN : बिहार के सिवान से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में परीक्षा के पहले दिन लगभग 100 छात्रों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिला। इन्हें एंट्री नहीं मिलने कि वजह काफी अजीब है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसको लेकर काफी हंगामा भी किया गया और उसके बाद इस मामले में पुलिस को भी बुलाया गया।
दरअसल, एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में सभी छात्र जींस पहनकर स्कूल पहुंचे थे साथ ही इनकी उपास्थित भी 75 प्रतिशत से कम थी। परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलने के बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने पुलिस बुला ली। यहां सेंटअप परीक्षा शुरू होने के ठीक पहले 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति, बिना स्कूल ड्रेस एवं मोबाइल फोन के साथ आए छात्र-छात्राओं को प्रवेश से रोक दिया गया। इससे छात्र भड़क गए और हंगामा करने लगे। विद्यार्थी शांत नहीं हुए तो विद्यालय के हेडमास्टर लालबाबू कुमार ने पुलिस बुला ली।
वहीं, हेडमास्टर के बुलाने के बाद एसआइ सत्यनारायण मंडल पुलिस फोर्स के साथ विद्यालय पहुंचे और विद्यालय प्रशासन एवं विद्यार्थियों का पक्ष जाना। इसके बाद आक्रोशित विद्यार्थियों को शांत कराया। परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 100 के करीब थी। छात्रों का आरोप था कि विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में कमरे नहीं हैं, इस कारण सभी छात्र-छात्राओं का विद्यालय में एक साथ उपस्थित होना संभव नहीं है। इसी कारण उनकी उपस्थिति कम है। ड्रेस कोड के बारे में पहले से नहीं बताया गया था।
उधर, वहीं इस पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित किया गया है, जिनकी उपस्थिति विद्यालय में 75 प्रतिशत से कम है। इसके अलावा जो छात्र स्कूल ड्रेस के बदले जींस पहनकर और मोबाइल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रानिक सामान लाना तथा जींस पहनकर आना प्रतिबंधित है।