बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय में जश्न का माहौल, CBSE की 12वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन
16-Jun-2020 01:28 PM
PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर पटना से आ रही है. जेडीयू नेता और पूर्व एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद वह आरजेडी में शामिल हो गए. अभी हाल ही में जावेद का एमएमलसी का कार्यकाल खत्म हुआ है. मिलन समारोह में तेजस्वी यादव, जगदानंद सिंह समेत कई आरजेडी के सीनियर नेता मौजूद रहे.
आरजेडी से कभी अलग नहीं रहा
अंसारी ने कहा कि हम कभी आरजेडी से अलग नहीं रहा. आरजेडी के आंगन में ही मेरा जन्म हुआ. यही पर राजनीति सीखी. एक बार गलती हो गई है कि मैं कुछ दिनों के लिए जेडीयू में चला गया था. अंसारी ने कहा कि जेडीयू के नीति और कोई सिद्धांत नहीं है. ये आरएसएस के साथ चलने वाली पार्टी है. ये प्रवासी मजदूरों को अपराधी बता रहे हैं. ये तो तेजस्वी यादव के कारण ही लॉकडाउन में फंसे बिहारी मजदूर यहां पर आ पाए नहीं तो नहीं आ पाते हैं. इनकी दोहरी नीति रही है. कभी एनआरसी का विरोध करते तो कभी समर्थन में आते हैं. ये दोहरी नीति अपनाते है. इसलिए मैंने जेडीयू छोड़ दिया है.
लालू से किया था मुलाकात
8 फरवरी को रांची के रिम्स में जाकर अंसारी ने लालू प्रसाद से मुलाकात की थी. बता दें कि जावेद इकबाल अंसारी तीन दफे लालू यादव की पार्टी आरजेडी से विधायक रह चुके हैं. आखिरी दफे वे 2010 में बांका से विधायक चुने गये थे. आरजेडी का विधायक रहते ही उन्होंने लालू यादव को जोरदार झटका दिया था. 2014 में उन्होंने राजद विधायक दल को तोड़ने की रूपरेखा तैयार की. हालांकि विधायकों की संख्या पूरी नहीं हो पायी लिहाजा लालू की पार्टी में टूट नहीं हो पायी. लेकिन जावेद इकबाल अंसारी कुछ RJD विधायकों के साथ नीतीश के खेमे में चले गये. उनके साथ जाने वालों में सम्राट चौधरी से लेकर रामलषण राम रमण जैसे विधायक शामिल थे.