Bihar News: रिश्वत में वाशिंग मशीन और कैश लेते गिरफ्तार हुए दारोगा साहेब, निगरानी ने कुछ ऐसे दबोचा Cooperative Banks loan in Bihar: बिहार के 15 जिलों में खुलेंगे सहकारी बैंक, एक लाख लोगों को मिलेगा लोन Boycott Turkish Products: भारत में शुरू हुआ तुर्की का आर्थिक बहिष्कार, 2023 में हमारी दरियादिली देखी, अब भुगतो नाराजगी बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत
25-Jun-2022 10:31 AM
PATNA: नीतीश सरकार ने बिहार में जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया है. इसको लेकर एक तरफ सरकार की स्तर पर तैयारी चल रही है. तो वहीं, दूसरी ओर जेडीयू क्रेडिट लेने में जूट गई है. शनिवार को जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में राज्य के अंदर धन्यवाद यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा जातीय जनगणना कराने के लिए सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देने के लिए निकाली जा रही है.
इस यात्रा के संदर्भ में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में जातीय जनगणना कराने का ऐतिहासिक फैसला हुआ है. उनके फैसले को पूरा देश देख रहा है. नीतीश कुमार ही हैं जिनके चलते इतना बड़ा ऐतिहासिक फैसला लिया गया. ऐसे में स्वभाविक है कि उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी जिला मुख्यालय पर पार्टी के कार्यकर्ता और सामाजिक संस्था के सदस्य धन्यवाद यात्रा निकालकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जातीय जनगणना कराने के फैसले पर धन्यवाद दे रहे हैं.
बता दें कि, 1 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई थी. जिसमें जातीय जनगणना कराने पर सहमति बनी थी. इसके अगले दिन यानी 2 जून को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में बिहार में जातीय जनगणना की स्वीकृति दे दी गई. फरवरी 2023 तक जाति आधारित गणना पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस पर 500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जातीय जनगणना कराने के लिए दिशा निर्देश भी जारी किया गया है. सभी जिले के डीएम को पत्र लिखा गया है. जाति आधारित गणना के तहत आंकड़ों का संग्रह डिजिटल मोड/ मोबाइल ऐप से किया जाना है.