ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान बेगूसराय में 22 वर्षीया विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कुछ महीने पहले यूपी में हुई थी शादी Bihar News: मोतिहारी में नदी से अज्ञात महिला का शव बरामद, गाँव में मचा हड़कंप Bihar Assembly Monsoon session: पूर्व विधायक मिश्रीलाल यादव ने स्पीकर को लिखा पत्र, विधानसभा सदस्यता बहाल करने की मांग Bihar Assembly Monsoon session: पूर्व विधायक मिश्रीलाल यादव ने स्पीकर को लिखा पत्र, विधानसभा सदस्यता बहाल करने की मांग Bihar News: तकरार के बाद प्यार ! विधान सभा में विपक्ष से भिड़ंत के बाद मैदान में साथ उतरे 'विजय' व 'अशोक' Bihar Crime News: भागलपुर में चचेरे भाइयों को चाकू से गोदा, आरोपी गिरफ्तार Bihar News: बिहार में 7.92 लाख छात्रों को इस तारीख तक मिलेंगी किताबें, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी Bihar Crime News: मर्डर केस में लापरवाही पड़ी भारी, बिहार के थानेदार समेत दो पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

जर्जर भवन में रहने को मजबूर हैं पुलिस के कई जवान, विद्यालय प्रशासन ने स्कूल से हटाया

जर्जर भवन में रहने को मजबूर हैं पुलिस के कई जवान, विद्यालय प्रशासन ने स्कूल से हटाया

09-Nov-2022 01:37 PM

By RAKESH KUMAR

ARA : भोजपुर जिले की सुरक्षा जिन पुलिस के जवानों के ऊपर है, आज वो खुद अपने थाने में असुरक्षित है। दरअसल, आरा शहर के नवादा थाना में स्थित जर्जर भवन इस कदर खंडहर में तब्दील हो गई है कि वहां कभी भी अनहोनी हो सकती है। जर्जर भवन देखने से यह प्रतीत होता है कि पुलिस जवान ही अब असुरक्षित दिखने लगे हैं। 




बिल्डिंग की स्थिति इतनी जर्जर है कि कब गिर जाए यह कोई नहीं जानता। नवादा थाना में कार्यरत कुछ जवान उसी जर्जर बिल्डिंग में अपनी जान जोखिम में डालकर रहते हैं। जबकि कुछ जवान शहर स्थित एक निजी स्कूल के बिल्डिंग में रहते है। बताया जाता है कि नवादा थाना में कुल 26 जवान कार्यरत है, जिसमें एक दर्जन पुलिसकर्मी नवादा थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल में रूम ले कर रहा करते है और एक दर्जन जवान नवादा थाना में स्थित जर्जर बिल्डिंग में ही रहते हैं। जिसको लेकर उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 




निजी स्कूल में रहने वाले जवान अपने ठिकाने को लेकर दर-दर भटक रहे हैं। फिर भी इनका कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा है। भोजपुर जिले में ऐसे बहुत से थाने है, जहां अपना खुद का भवन नही है और न ही जवानों के रहने की कोई व्यस्था सरकार के द्वारा कराई गई है। बिहार के मुखिया नीतीश कुमार भले ही लाख दावे कर लें कि बिहार पुलिस को उनकी सरकार ने हाईटेक बना दिया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। भोजपुर जिले में कई ऐसे थाने है जो आज भी झोपड़ी नुमा में चल रहे हैं। जैसे खवासपुर ओपी, धोबहां ओपी, हसनबाजार ओपी, चांदी थाना, बहोरानपुर ओपी, सिन्हा ओपी, कृष्णगढ़ थाना सहित कई ऐसे थाने है जहां खुद का भवन न होने से थानों में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें से कई थाने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आते हैं, जिसके कारण बाढ़ के दिनों में उनका संपर्क जिला मुख्यालय से कट जाता है और जवानों को अपना ठिकाना कहीं और देखना पड़ता है।