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25-May-2023 12:27 PM
By VISHWAJIT ANAND
PATNA : आगामी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन होगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य समारोह बीच संसद के नए भवन का उद्घाटन करेंगे लेकिन इससे पहले संसद की नई बिल्डिंग के उद्घाटन समारोह को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है। देशभर की 19 सियासी दलों ने संयुक्त रूप से उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करवाई है। ललन सिंह ने कहा है कि - जब भाजपा की सरकार नहीं रहेगी तब यह संसद भवन दूसरे काम में उपयोग किया जाएगा।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि, हम और हमारी पार्टी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विरोध कर रहे हैं। यह इतिहास को बदलने का प्रयास है। इसलिए हम लोग इतिहास बदलने में उनके भागीदार नहीं बन सकते। अगर संसद भवन बना ही था तो राष्ट्रपति से को बुलाकर इनका उद्घाटन करना चाहिए था, प्रधानमंत्री कौन होते हैं उद्घाटन करने वाले। वो इतिहास को बदलने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
इसके आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा नेताओं की तरफ से विधानसभा में शिलापट का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार के तरफ से कराए जाने को लेकर उठाए जा रहे हैं सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, भाजपा के नेताओं के कहने से कानून नहीं बनता है ना। हम उनकी बातों पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं।
वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और नीतीश कुमार के करीबी कहे जाने वाले भाजपा नेता सुशील मोदी के तरफ से दिए गए बयान की विपक्ष को यदि समस्या है तो वह संसद भवन में कदम ना रखें पर भी जवाब देते हुए कहा कि, सुशील मोदी जी ही पूरा लोकतंत्र का आधारशिला रखेंगे क्या? सुशील मोदी जी लोकतंत्र का आधारशिला नहीं रखेंगे। सरकार बदलेगी तो नए संसद भवन में कोई दूसरा काम होगा।