Nitish Kumar Mother-in-law Death: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सासू मां विद्यावती देवी का निधन, CM के बेटे ने दी जानकारी Nagpur MIDC accident : नागपुर में फैक्ट्री हादसा: पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत, 9 घायल Road Accident: बिहार में हाई-स्पीड ट्रक ने DSP की कार से टकराया, इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल Bihar land reform : फर्जी कागज से गरीबों को परेशान करने वालों पर सख्त कार्रवाई, मंत्री ने दिए कड़े निर्देश Patna Municipal Corporation : पटना में मकान मालिक और दुकानदारों के लिए बड़ा झटका, प्रॉपर्टी टैक्स अचानक दोगुना; वजह जानें... Supreme Court: NEET में फेल, फिर भी एडमिशन! सुप्रीम कोर्ट ने 10 डेंटल कॉलेजों पर लगाया करोड़ों का जुर्माना; जानिए क्या है पूरा मामला CAT Toppers: पिछले 5 साल के CAT टॉपर कहां कर रहे हैं काम, जानिए... Bihar Police : बिहार पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी पहल: पुलिस लाइनों में खुलेंगे बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय, सरकार उठाएगी पढ़ाई से सुरक्षा तक की जिम्मेदारी Patna Traffic: यदि आपको भी जाना है गाँधी मैदान तो ध्यान दें ...; इन रास्तों पर नहीं मिलेंगी ऑटो-बसें; सरकार ने जारी किया आदेश Bihar government land : बिहार में सरकारी जमीन के निजी हस्तांतरण पर सख्त रोक, भू-माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश
27-Nov-2019 09:58 AM
CHENNAI: चंद्रयान-2 के बाद इसरो ने अपना पहला मिशन लॉन्च किया है. भारतीय अंतरिक्ष स्पेस एजेंसी ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है. इसरो ने श्रीहरिकोटा से आज सुबह मिलिट्री सैटेलाइट कार्टोसैट-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. कार्टोसैट-3 को भारत की आंख भी कहा जा रहा है क्योंकि इससे बड़े स्तर पर मैपिंग की जा सकेगी जिससे शहरों की प्लानिंग और ग्रामीण इलाकों के संसाधनों का प्रबंधन भी किया जा सकेगा.
कार्टोसैट-3 सैटेलाइट पीएसएलवी-सी47 (PSLV-C47) रॉकेट से छोड़ा गया. कार्टोसैट-3 पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा.यह कार्टोसैट सीरीज का नौवां सैटलाइट है, जिसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के सेकंड लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया.
कार्टोसैट-3 तीसरी पीढ़ी का बेहद उन्नत उपग्रह है, जिसमें हाई रेजॉलूशन तस्वीर लेने की क्षमता है. इसका भार 1,625 किलोग्राम है और यह बड़े पैमाने पर शहरों की प्लानिंग, ग्रामीण संसाधन और बुनियादी ढांचे के विकास, तटीय जमीन के इस्तेमाल और जमीन के लिए उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करेगा. पीएसएलवी-सी47 'एक्सएल' कनफिगरेशन में पीएसएलवी की यह 21वीं उड़ान है.