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09-Nov-2024 12:02 PM
By First Bihar
PATNA : देश के अंदर राजनीति की बात हो या फिर शिक्षा की एक राज्य का जिक्र होना काफी लाजमी हो जाता है। वह राज्य है 'बिहार'जहां एक समय में आर्यभट्ट और चाणक्य जैसे लोग निकले ओर न जाने कितने IAS और IPS।हालांकि, वर्तमान में यह राज्य पढ़ाई में ही सबसे पीछे हो रहा है। अब ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब जब बिहार के एक बड़े अधिकारी से लिया गया तो उन्होंने पूरे सिस्टम की पोल खोलकर रख दिया है।
मालूम हो कि, हाल ही बिहार के सबसे बड़े सभाभर में एक मीडिया चैनल के तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित करवाया गया था।जहां तरह तरह के लोग आए हुए थे। इसी दौरान शिक्षा को लेकर बातचीत करने के लिए बिहार के पूर्व मुख्य सचिव को भी आमंत्रित किया गया था। जहां उनसे बिहार की बदहाली को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसके पीछे की वजह भ्रष्टाचार बताया है। आइए जानते हैं कि यह पूरा वाकया क्या हुआ।
दरअसल, बिहार के पूर्व मुख्य सचिव से पत्रकार ने अपने कार्यक्रम में सवाल किया कि बिहार का जो युवा पीढ़ी है वह खासतौर पर यह जानना चाहती है कि ' बिहार का टाइम गया कब'? बिहार में इतना कुछ है उसके बाद भी ऐसा क्यों ?
वर्तमान में बिहार का विकास संभव नहीं
इसके जवाब में बिहार सरकार के अधिकारी ने कहा कि बिहार का टाइम गया कब यह प्रश्न अपने आप में थोड़ा चुटकिला है। क्योंकि इतिहास का इतना लंबा दौर रहा है बिहार उसे समय पहली पंक्ति में गिना जाने वाला स्थान रखता था। इसके आगे उन्होंने कहा कि यह जो मॉडर्न स्टेट नीति है उसकी वजह से बिहार धीरे-धीरे पिछड़ गया। आज दूसरे राज्य धीरे-धीरे करके ऐसे जगह पर पहुंच गए जहां पहुंचना वर्तमान समय में बिहार के लिए संभव नहीं है। इसके लिए मैं बहुत समय लगेगा।
सरकार की वजह से लेट होती है डिग्री !
इसके अलावा जब यह सवाल किया गया कि बिहार में स्नातक की डिग्री समय से नहीं मिल पाती है उसके पीछे की वजह क्या है? इसके बाद नीतीश सरकार में बड़े पद पर रहे अधिकारी ने कहा कि इसको देने के लिए मैं तो सक्षम नहीं हूं लेकिन यह तय है यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर यह राज्य के जो सत्ताधारी लोग हैं वहीं दे सकते हैं।
पुरे सिस्टम में ही भरा है भ्रष्टाचार?
इसके अलावा जब सवाल किया गया कि इसमें कमी कहां है तो उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत काफी पहले से हो गई थी। विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में जो पढ़ाई होती है या जो लोग पढ़ाते हैं। उनकी भर्ती भी गलत तरीके से होती है। इसके आगे उन्होंने कहा कि इस गलत बहाली में ऐसा नहीं है कि कुछ लोग ही लिप्त हैं बल्कि सभी लोग लिप्त हैं। तो आप खुद सोचिए कि जब गलती में सभी लोग लिप्त हैं तो उसकी सफाई की शुरुआत आप कैसे और कहां से कर सकेंगे। हालांकि, उनकी बातों का हकीकत क्या है इसकी पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है।
गलत तरीके से होती है VC की नियुक्ति !
इसके आगे उन्होंने कहा कि मैं यह भी बता दूं की उंगलियां वॉइस चांसलर यानी वीसी के नियुक्ति तक उठ चुकी है। यह आज ना की बात नहीं है बल्कि 15 साल पहले की भी बात है। ऐसा नहीं की आवाज सिर्फ मैं जान रहा हूं बल्कि सभी लोग जान रहे हैं कि फैलाने की नियुक्ति इतने पैसे देने से हुई है और गलत तरीके से जब हुई है उसके बावजूद भी कुछ नहीं किया जा सकता क्योंकि यह सब कुछ ऊपर से होता है। इस अधिकारी ने कहा कि यदि आज बिहार में समय से कुछ नहीं हो पा रहा है तो इसकी वजह यही है कि आप गलत तरीके से नियुक्त हुए हैं तो फिर आप उसे पैसे को भी गलत तरीके से वापस लेना चाहते हैं।