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20-Mar-2020 07:31 AM
DELHI : 7 साल से भी ज्यादा के इंतजार के बाद निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया. लंबे समय तक चले कानूनी दांव-पेंच के बाद आखिरकार शुक्रवार की सुबह 5.30 बजे चारों दरिंदों को फांसी के फंदे पर एक साथ लटकाया गया.
फांसी देने से पहले तिहाड़ जेल के कई अधिकारी फांसी घर के पास पहुंचे, उसके बाद फांसी देने की प्रक्रिया शुरू हुई. फांसी से पहले सभी दोषियों को स्नान करने और नया कपड़ा पहनने के लिए कहा गया. लेकिन दोषी विनय ने नए कपड़े पहनने से पहले इंकार कर दिया. इसके साथ ही उसने रोना शुरू कर दिया और वहां मौजूद लोगों से माफी भी मांगने लगा. विनय कहने लगा कि वह मरना नहीं चाहता है. उसके बाद जेल के अधिकारी विनय को पकड़कर फांसी घर के पास ले गए और उसे फंदे पर लटकाया गया.
फांसी से पहले सुबह 4 बजे चारों गुनहगारों को उठाया गया और नहाने के बाद नए कपड़े पहनने के लिए कहा गया. सभी ने कपड़े पहने पर दोषी विनय ने कपड़े पहनने से इंकार कर दिया. इसके बाद दोषियों को जेल प्रशासन की ओर से चाय-नाश्ता के लिए पूछा गया, हालांकि किसी ने नाश्ता नहीं किया. इसके बाद जेल प्रशासन की ओर से दोषियों से उनकी आखिरी इच्छा पूछी और फिर ठीक 5.30 बजे चारों दोषियों को तिहाड़ में फांसी के फंदे पर लटकाया गया.