ब्रेकिंग न्यूज़

Train News: एक जनवरी से बदल जाएगी कई ट्रेनों की टाइमिंग, रेलवे ने जारी किया नया टाइम टेबल Train News: एक जनवरी से बदल जाएगी कई ट्रेनों की टाइमिंग, रेलवे ने जारी किया नया टाइम टेबल Bihar road accident : तेज रफ्तार ट्रक ने साइकिल सवार किशोर को कुचला, सिर धड़ से अलग; आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम Bihar News: महिला एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए बिहार सरकार की बड़ी पहल, राज्यभर में स्थापित होंगे 328 ब्रेस्ट फीडिंग कार्नर Bihar News: महिला एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए बिहार सरकार की बड़ी पहल, राज्यभर में स्थापित होंगे 328 ब्रेस्ट फीडिंग कार्नर Bihar Politics News : अनंत सिंह के बेटे अंकित–अभिषेक की नीतीश कुमार से हुई मुलाकात, क्या जेल से बाहर आएंगे 'छोटे सरकार'; सियासी एंट्री की भी चर्चा तेज Bihar News: बिहार में भीषण ठंड के बीच बड़ा हादसा, रूम हीटर से झुलसकर बुजुर्ग शख्स की मौत Bihar News: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की जयंती पर पटना में राजकीय समारोह, सीएम नीतीश कुमार समेत बीजेपी नेताओं ने किया नमन Bihar News: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की जयंती पर पटना में राजकीय समारोह, सीएम नीतीश कुमार समेत बीजेपी नेताओं ने किया नमन Bihar News: बिहार में एक सप्ताह से लापता लड़के का शव कुएं से बरामद, अपहरण कर हत्या की आशंका

पूर्व मंत्री एनोस एक्का को पारा शिक्षक हत्याकांड में मिली जमानत, पासपोर्ट करना होगा जमा

पूर्व मंत्री एनोस एक्का को पारा शिक्षक हत्याकांड में मिली जमानत, पासपोर्ट करना होगा जमा

26-Sep-2019 01:48 PM

RANCHI: पारा शिक्षक मनोज कुमार की हत्या केस में झारखंड के पूर्व मंत्री एनोस एक्का को गुरुवार को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. एक्का को अपना पासपोर्ट जमा करना होगा. वह कही भी झारखंड से बाहर नहीं जा सकते हैं. उम्र कैद की सजा मिलने के बाद एनोस एक्का की विधानसभा सदस्यता भी समाप्त हो गई थी.

2014 में हुई थी पारा टीचर की हत्या

नवंबर 2014 में पारा शिक्षक मनोज कुमार का अपहरण किया गया था. अपहरण के बाद मनोज का शव मिला था. मृतक के परिजनों ने एक्का पर केस दर्ज कराया था. जिसके बाद एक्का को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. एक्का 2005,2009 और 2014 में कोलेबिरा से विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं.

शिक्षक के साथ नेता भी थे मनोज

जटाटांड स्कूल के पारा शिक्षक मनोज राजनीति भी करते थे. वह एनोस एक्का की  झारखंड पार्टी के सक्रिय सदस्य थे. लेकिन विधान सभा चुनाव से पहले एक्का की पार्टी को छोड़ दिया था और एक्का के विरोधी के समर्थन में उतर गए थे. इसदौरान ही अपहरण के बाद मनोज की हत्या कर दी गई थी.