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20-Dec-2020 06:24 PM
PATNA : कोरोना काल में पटना हाई कोर्ट का काम काज लंबे वक्त तक बंद रहा लेकिन इसी दौरान पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया. चीफ जस्टिस की दो सदस्यीय खंडपीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में नया रिकॉर्ड बनाया है. खंडपीठ ने कामकाज वाले दिन 100 से ज्यादा मुकदमों की सुनवाई की है और कई मामलों को अंतिम रूप से निष्पादित भी किया है. केवल उत्पाद अधिनियम से जुड़े 4000 मुकदमें इससे खंडपीठ ने कोरोना काल के दौरान निपटा दिए हैं.
कोरोना काल के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चीफ जस्टिस से लगातार अपनी बेंच में मामलों की सुनवाई करते रहे. इस दौरान साल 2018-19 के कुल 93 मुकदमे ही लंबित बचे हैं. खास बात यह रही कि वर्चुअल कोर्ट के दौरान चीफ जस्टिस की बेंच सुबह 10:30 से शाम 4:15 बजे तक कार्यवाही करती रही. इसका फायदा उन वकीलों और वकीलों को मिल रहा है, जिनके मुकदमें इससे खंडपीठ में लंबे समय से लिस्टेड नहीं थे.
चीफ जस्टिस की बेंच ने जिस तरीके से मामलों का निपटारा किया है, उसे देखते हुए हाईकोर्ट के कई वरीय अधिवक्ताओं का मानना है कि बाकी जजों को भी इसी तर्ज पर सुनवाई करनी चाहिए थी. हाई कोर्ट में जबसे वर्चुअल कोर्ट के जरिए मुकदमों की सुनवाई हो रही है. मामलों के निष्पादन की रफ्तार धीमी पड़ गई है लेकिन इसके ठीक उलट चीफ जस्टिस के बेंच में सबसे तेज रफ्तार से मामले निष्पादित हुए हैं. पटना हाईकोर्ट में जजों की संख्या घटकर 22 हो चुकी है और इस वजह से भी मुकदमों का दबाव उनके ऊपर है.