Harish Rai Death: KGF के ‘चाचा’ हरीश राय ने हमेशा के लिए कहा अलविदा, सिनेमा जगत में शोक की लहर Bihar Election 2025: VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने किया मतदान, लोगों से की वोट करने की अपील Bihar Election 2025: VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने किया मतदान, लोगों से की वोट करने की अपील BIHAR ELECTION : विजय सिन्हा के काफिले पर हमला के बाद अब लखीसराय में राजद MLC को ग्रामीणों ने घेरा,विरोध में लगाए नारे; बाहर निकालने के लिए सुरक्षा कर्मी को करनी पड़ीं मस्कत Bihar Election 2025 : : पटना की 14 सीटों पर पहले चरण का मतदान जारी, दोपहर 3 बजे तक मतदान प्रतिशत सामने; इस सीट पर सबसे अधिक वोटिंग Bihar Election 2025 : मुजफ्फरपुर कांटी में चुनावी झड़प, NDA प्रत्याशी इंजीनियर अजित कुमार और RJD समर्थकों में भिड़ंत; एक घायल Bihar News: बिहार में यहां 2 बच्चों की डूबने से मौत, मातम में तब्दील हुई मुंडन की खुशियां Bihar Election 2025: मतदान से पहले डिस्पैच सेंटर से बूथ तक EVM की कैसे होती है निगरानी? जानें पूरी डिटेल Bihar Election : लखीसराय में विजय सिन्हा के काफिले पर हमला, DGP को CEC का कड़ा निर्देश ,कहा - तत्काल लें इस मामले में एक्शन रातों-रात सब्जीवाला बन गया करोड़पति: 11 करोड़ की लगी लॉटरी, एक हजार रुपये उधार देने वाले दोस्त को अब देगा एक करोड़ रुपये
12-Aug-2022 09:36 AM
PATNA : बिहार में बड़े पैमाने पर हुए गर्भाशय घोटाले की जांच अब सीबीआई करेगी। मामले की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने जांच के लिए सीबीआई को हरी झंडी दे दी है। बता दें कि 7 साल बीत जाने के बाद भी बिहार सरकार के स्तर से महज 41 फीसदी जांच ही की जा सकी है। वेन्ट्रन्स फोरम की मांग वाली याचिका पर हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला सुनाया है।
सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने कोर्ट से पूरे मामले को समझने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा है। इस मामले में 18 अगस्त को फाइनल फैसला दिया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बड़े पैमाने पर गर्भाशय निकाले जाने का मामला सामने आया था। बिहार के 45 अस्पतालों और 13 डॉक्टरों ने 46,690 महिलाओं के गर्भाशय निकाले थे। जिसमें यह बात सामने आई थी की इसमें 85 पुरुषों के गर्भाशय भी निकाले गए।
यह बड़ा घोटाला सामने आने के बाद बिहार सरकार के स्तर से जांच कराई जा रही थी। सात साल बाद भी सिर्फ 41 फीसदी ही जांच की जा सकी थी। जिसके बाद वेन्ट्रन्स फोरम के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. बीएनपी सिंह की तरफ से साल 2015 में पटना हाईकोर्ट में CBI जांच की मांग की गई। 7 साल बाद कोर्ट में सुनवाई शुरु हुई और यह फैसला आया है। वेन्ट्रन्स फोरम की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि अभी तक 41% ही जांच पूरी हो सकी है, जिसके बाद कोर्ट ने जांच के लिए CBI को हरी झंडी दे दी।