गोल प्रतिभा खोज परीक्षा 2025: छात्रों की प्रतिभा को पहचानने और मार्गदर्शन देने का भरोसेमंद मंच बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के गृह जिले का हाल देखिये, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज, वीडियो हो गया वायरल नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़, धंधेबाज भी गिरफ्तार मांझी ने खुले मंच से बेटे को समझाया: BJP ने बेईमानी की है, अब इंकलाब जिंदाबाद करने के लिए तैयार होइये, मैं भी मंत्री की कुर्सी छोड़ूंगा Patna Crime News: पटना में अपराधियों के हौसले बुलंद, पूर्व प्रमुख के बेटे समेत दो लोगों को सरेआम मारी गोली; फायरिंग से हड़कंप Patna Crime News: पटना में अपराधियों के हौसले बुलंद, पूर्व प्रमुख के बेटे समेत दो लोगों को सरेआम मारी गोली; फायरिंग से हड़कंप Bihar Crime News: रोहतास में गांजा तस्करी के पैसों को लेकर हुई थी फायरिंग; दो लोगों को लगी थी गोली; पुलिस ने किया खुलासा Bihar School News: बिहार के इस जिले में 8वीं तक के सभी स्कूल बंद, ठंड और शीतलहर को लेकर DM ने जारी किया आदेश
01-Mar-2020 08:07 AM
PATNA : नीतीश सरकार की नाक के नीचे बुडको के अधिकारियों ने घोटाला कर लिया. घोटाला राजधानी पटना में बस सेक्टरों के निर्माण में किया गया है. साल 2013 में पटना के अंदर बस शहीदों का निर्माण कराया गया था. लेकिन नगर विकास एवं आवास विभाग में जितने बस शेल्टर हो के निर्माण की स्वीकृति दी. उससे ज्यादा का निर्माण करवाकर अधिकारियों ने घोटाला कर दिया.
नगर विकास एवं आवास विभाग में बस सही स्तर के लिए साडे 6 मीटर की लंबाई निर्धारित की थी. लेकिन उसे भी बढ़ाकर 9 मीटर कर दिया गया. विधायक ने 104 बस सेंटरों के निर्माण की मंजूरी दी लेकिन 208 बस सेट्रों के निर्माण के लिए निविदा प्रकाशित की गई और यह टेंडर ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया गया. इतना ही नहीं विभागीय मंजूरी के बिना बुडको कंपनी के साथ अगस्त 2014 में 13 करोड़ से ज्यादा का एग्रीमेंट भी कर लिया.
बिना स्वीकृति के बोर्ड को के अधिकारियों ने बस ट्रैक्टर के निर्माण का एग्रीमेंट कर सरकार को चूना लगाया. विभागीय सहमति के बगैर बुडको ने बस शेल्टर का काम पूरा भी करा लिया. जुलाई 2017 में जब यह मामला विभाग के संज्ञान में आया तो 5 सदस्यों की एक जांच टीम गठित की गई. इस जांच टीम ने बिना प्रशासनिक स्वीकृति के टेंडर करने के लिए बुडको के अधिकारियों को दोषी पाया है.अब विभाग ने बुडको के पांच अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए सहमति दी है. इन अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र गठित करते हुए कड़ी कार्यवाही की जाएगी. जिन अधिकारियों पर गाज गिरनी है उनमें बुडको के तत्कालीन एमडी और महाप्रबंधक तकनीकी को भी दोषी माना गया है.