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11-May-2024 09:39 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले का मुख्य आरोपी कोई आम शख्स नहीं बल्कि एक पढ़ा -लिखा डॉक्टर है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। अब आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने शुक्रवार को कांड का खुलासा करने से पहले 68 दिनों की सघन जांच और गिरफ्तार सभी 279 अभियुक्तों से पूछताछ की है।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक भर्ती परीक्षा का मुख्य मास्टरमाइंड नालंदा जिले का एमबीबीएस शिव कुमार है। डॉ. शिव प्रतियोगी परीक्षाओं में अपने पिता की राह पर आगे बढ़ते हुए सेटर के धंधे का मास्टरमाइंड बन गया। इसके पहले वह 2017 में नीट यूजी की परीक्षा के पेपर लीक कांड में भी शामिल रहा है। डॉ. शिव कुमार उर्फ बिट्टू के पिता संजीव कुमार उर्फ लूटन भी पेपर लीक के धंधे से जुड़ा है।
ईओयू ने बताया कि शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में विगत 16 मार्च को केस दर्ज किया गया था। इसकी जांच के लिए एडीजी नैयर हसनैन खान ने विशेष टीम का गठन किया था। उसके बाद जांच में इसका नाम समाने आया है। डॉ. शिव के अंतरराज्यीय गिरोह के तार यूपी, झारखंड समेत कई राज्यों से जुड़े हैं। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी है।
ईओयू के अनुसार नगरनौसा के बलवा शाहपुर निवासी डॉ. शिव और उसके चार सहयोगियों को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था। इनसे पूछताछ के आधार पर कांड का उद्भेदन किया गया है। अभी जांच चल रही है। पेपर लीक मामले में ईओयू ने विगत 14 मार्च को पटना और 15 मार्च को हजारीबाग में छापेमारी की थी। इसमें अभियुक्तों एवं अभ्यर्थियों सहित 266 की गिरफ्तारी हुई थी।