ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय में जश्न का माहौल, CBSE की 12वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन

BPSC पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड को लेकर JDU ने साधी चुप्पी, कोई एक्शन नहीं.. मीडिया मैनेजमेंट में जुटे नेता

BPSC पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड को लेकर JDU ने साधी चुप्पी, कोई एक्शन नहीं.. मीडिया मैनेजमेंट में जुटे नेता

25-Jun-2022 12:29 PM

PATNA : बीपीएससी क्वेश्चन पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड शक्ति सिंह की गिरफ्तारी के बावजूद जनता दल यूनाइटेड ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। दरअसल, शक्ति सिंह जेडीयू का नेता है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जब जेडीयू में विलय हुआ था तो शक्ति सिंह भी जेडीयू की सदस्यता लेकर पार्टी में आ गया था। गया के जिसे इवनिंग कॉलेज से प्रिंसिपल और सेंटर सुपरिटेंडेंट होने के नाते उसने बीपीएससी पेपर को लीक किया, उसे जेडीयू के नेता बेहद अच्छे से जानते हैं। उपेंद्र कुशवाहा से लेकर मंत्री अशोक चौधरी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वाली तस्वीरें शक्ति सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा कर रखी है।


हैरत की बात यह है कि शक्ति सिंह की गिरफ्तारी के कई घंटे गुजर जाने के बावजूद अब तक जनता दल यूनाइटेड नेतृत्व ने उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है। क्या जेडीयू के बड़े नेता शक्ति सिंह को बचाने में जुटे हुए हैं। यह सवाल भी उठना शुरू हो गया है, हालांकि मीडिया मैनेजमेंट का खेल शुक्रवार को ही शुरु हो चुका था। शक्ति सिंह की गिरफ्तारी के बाद जब आर्थिक अपराध इकाई ने यह जानकारी आधिकारिक तौर पर साझा की तो राजधानी पटना के मेनस्ट्रीम मीडिया में आरोपी शक्ति सिंह का न्यू कनेक्शन सामने ना आ पाए इसके लिए मैनेजमेंट का खेल शुरू हो गया।


पटना के तमाम अखबारों और दूसरे समाचार माध्यमों में इस खबर को हल्के तरीके से दिखाया गया। शक्ति सिंह को प्रिंसिपल बताते हुए खबर तो सामने आई लेकिन उसका जेडीयू कनेक्शन राजधानी के प्रमुख अखबारों में नजर नहीं आया हालांकि कुछ दैनिक अखबारों में गया के एडिशन में जेडीयू नेता के तौर पर शक्ति सिंह की पहचान उजागर की गई लेकिन जो खबर राजधानी पटना में दिखनी चाहिए थी उसे गया तक ही रोककर मैनेज किया गया। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या शक्ति सिंह का रसूख इतना बड़ा है कि गिरफ्तारी के बावजूद उसे जेडीयू में बनाकर रखा गया है।