ब्रेकिंग न्यूज़

Ration Card: राशन कार्डधारियों के लिए जरूरी खबर, इस दिन तक कर लें यह काम वरना नए साल में नहीं मिलेगा राशन ! जानिए क्या है लास्ट डेट cyber fraud 2025 : साइबर ठगी के लिए ‘खच्चर खाते’: CBI की रडार पर बिहार के कई बैंकर्स, फर्जी दस्तावेज में संलिप्त Government Schemes : AI के जरिए बिहार में रोजगार और आमदनी बढ़ाने की तैयारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि समेत सभी विभाग में होगा यह बदलाव; जानिए क्या है प्लान high speed train : 1.5 घंटे में दिल्ली से पटना! 2 सेकंड में 700 kmph तक पहुंच जाती है यह ट्रेन; जानिए क्या है खासियत police action : 150 छात्रों ने सरस्वती पूजा चंदा के लिए बीच सड़क दुकानदारों को पीटा, दुकानों में किया तोड़फोड़ Bihar Politics : बिहार का नया टॉप टेंशन ! मंत्री ने भ्रष्टाचारियों की औकात पर लगाई लोहे की मार! कहा - लटकाओ-भटकाओ-खींचो” अब नहीं चलेगा, सीधे जनता की जेब से हाथ हटाओ! Bihar Secretariat CCTV : सरकारी भवनों में गलियारों से परिसर तक कैमरे, सरकार ने जारी किया आदेश; जानिए किन्हें होगा फायदा Education Department Bihar : बिहार के 44 कॉलेजों की बड़ी लापरवाही, शिक्षा विभाग का सख्त ऐक्शन तय; 10 डिग्री कॉलेजों की मान्यता होगी रद्द Bihar Cyber Fraud : 4 करोड़ साइबर फ्रॉड में हरियाणा EOU का बिहार में छापा, महिला गिरफ्तार; पति फरार train derailed in Bihar : जमुई-जसीडीह रेलखंड पर बड़ा रेल हादसा, सिमुलतला पुल के पास सीमेंट लदी मालगाड़ी पटरी से उतरी, 17 बोगियां क्षतिग्रस्त

BJP के दवाब में नीतीश ने किया मुआवजे का एलान: सुशील मोदी बोले- जहरीली शराब से 500 से अधिक लोगों की गई जान, सिर्फ 38 लोगों को मुआवजा

BJP के दवाब में नीतीश ने किया मुआवजे का एलान: सुशील मोदी बोले- जहरीली शराब से 500 से अधिक लोगों की गई जान, सिर्फ 38 लोगों को मुआवजा

07-Jul-2023 09:50 PM

By First Bihar

PATNA: बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा के लगातार दबाव बनाने पर राज्य सरकार ने जहरीली शराब से मरने वाले 38 लोगों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय किया, जबकि ऐसे मामले में 500 से ज्यादा गरीबों की जान जा चुकी है।


सुशील मोदी ने कहा है कि पिछले साल जहरीली शराब से मोतिहारी-नवादा में बड़ी संख्या में लोगों के मरने की घटना के बाद संवेदनहीन रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने से साफ इंकार कर दिया था और यहां तक कहा था कि "जो पायेगा, सो मरेगा"। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मरने वालों में 90 फीसद लोग दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों के थे। पुलिस ने उन्हें डरा-धमका कर न केस दर्ज कराने दी और न शवों का पोस्टमार्टम कराया। 


उन्होंने कहा कि जब मृतकों की संख्या छिपाने के लिए एफआइआर-पोस्टमाटर्म होने नहीं दिये गए, तब अनुग्रह राशि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट को अनिवार्य नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत जो 4 लाख से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं, उन्हें वापस लेकर एक बार सबको आम माफी दी जानी चाहिए।


सुशील मोदी ने कहा है कि आम माफी की घोषणा से हजारों लोगों की रिहाई होगी और अदालतों पर मुकदमे का बोझ काफी कम होगा। उन्होंने कहा कि 2016 के पूर्ण शराबबंदी कानून में अब तक इतने संशोधन हो चुके हैं कि यह सिर्फ कागज पर रह गया है।