ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: राम के बाद अब सीता की बारी: 8 अगस्त को सीता जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे अमित शाह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, सॉल्वर-ऑपरेटर समेत तीन गिरफ्तार Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक

बिहार सरकार का कारनामा: एक स्कूल में एक ही विषय पढ़ाने के लिए 14 शिक्षकों को बहाल कर दिया, मैथ्स-साइंस पढ़ाने वाला कोई नहीं

बिहार सरकार का कारनामा: एक स्कूल में एक ही विषय पढ़ाने के लिए 14 शिक्षकों को बहाल कर दिया, मैथ्स-साइंस पढ़ाने वाला कोई नहीं

04-Apr-2022 05:40 PM

SASARAM: बिहार के ज्यादातर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। सरकारी हाई स्कूलों और प्लस टू स्कूलों में मैथ्स, साइंस औऱ अंग्रेजी जैसे विषय पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं हैं। लेकिन सरकार ने एक ही सरकारी स्कूल में एक विषय को पढ़ाने के लिए 14 शिक्षकों की नियुक्ति कर ली है। सेटिंग-गेटिंग के इस खेल की पड़ताल फर्स्ट बिहार की टीम ने की तो शिक्षा के प्रति सरकार के रवैये का एक और बड़ा खुलासा हुआ है। 


14 टीचर पढाते हैं सोशल साइंस

ये मामला रोहतास जिले में सामने आया है. रोहतास जिले के नोखा प्रखंड में राजकीयकृत उच्च विद्यालय गढनोखा है. सरकार ने इस हाई स्कूल में सोशल साइंस यानि सामाज विज्ञान विषय को पढ़ाने के लिए 14 शिक्षकों की नियुक्ति कर दी है. फर्स्ट बिहार की टीम ने जब इसकी पड़ताल की हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आये. इस स्कूल में समाज विज्ञान यानि सोशल साइंस पढ़ाने के लिए शिक्षकों के सिर्फ दो पद स्वीकृत हैं. उनसे ज्यादा पद मैथ्स, साइंस औऱ दूसरे विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए स्वीकृत हैं. लेकिन उनके शिक्षक हैं नहीं औऱ 14 टीचर सोशल साइंस पढ़ाते हैं।


सेटिंग-गेटिंग का जबरदस्त खेल

गढनोखा उच्च विद्यालय में सोशल साइंस के 14 शिक्षकों की पोस्टिंग नगर पंचायत के जरिये हुई है. नोखा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा इस  स्कूल में एक ही विषय के 14 शिक्षकों का नियोजन किया गया था. लेकिन कसूरवार सिर्फ नगर पंचायत नहीं है. राज्य सरकार बार-बार दावा करती रही है कि वह शिक्षकों की नियुक्ति औऱ पोस्टिंग की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. जाहिर है सरकार के पास ये भी आंकड़ा होगा कि एक स्कूल में 14 टीचर सोशल साइंस पढ़ा रहे हैं लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।


फर्स्ट बिहार की टीम ने रोहतास जिले के कई दूसरे स्कूलों की जानकारी ली तो पता चला कि वहां सोशल साइंस पढ़ाने वाले टीचर है ही नहीं य़ा फिर दो शिक्षक होने चाहिये तो सिर्फ एक पोस्टेड हैं. लेकिन पिछले 8 साल से गढ़नोखा हाई स्कूल में सोशल साइंस पढ़ाने के लिए 14 शिक्षक तैनात हैं. नोखा नगर परिषद के तहत आने वाले गढ़नोखा हाई स्कूल में सोशल साइंस के 14 शिक्षकों की नियुक्ति 2013-14 में ही किया गया था. 2013 में आठ और 2014 में छह शिक्षकों को नियोजित किया गया था।


24 शिक्षकों में 14 शिक्षक एक ही विषय के

गढ़नोखा उच्च विद्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक वहां नामांकन कराने वाले छात्रों की कुल संख्या 366 है. उन्हें पढ़ाने के लिए 24 शिक्षकों का नियोजन किया गया है. इनमें से 14 शिक्षक सिर्फ सोशल साइंस के हैं. हिन्दी पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है. उर्दू पढ़ाने के लिए भी कोई टीचर नहीं है. अंग्रेजी पढ़ाने के लिए सिर्फ एक शिक्षक हैं. संस्कृत के लिए भी सिर्फ एक टीचर. गढ़नोखा उच्च विद्यालय के प्राचार्य रितेश रंजन ने स्वीकार किया कि स्कूल में कुल 24 शिक्षक हैं, जिनमें से 14 शिक्षक सोशल साइंस के हैं. प्राचार्य ने बताया कि अन्य विषयों के भी शिक्षक हैं।


उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि नगर पंचायत नियोजन इकाई है. नगर पंचायर ने ही अपने क्षेत्र के अधीन आने वाले स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की है. फिर भी अगर किसी एक स्कूल में एक ही विषय के इतने शिक्षक बहाल हो गए हैं तो यह नियम सम्मत नहीं है. इस बारे में नगर परिषद नोखा से जानकारी मांगी गई है.