जिम में पसीना बहाते तेज प्रताप का वीडियो वायरल, TY Vlog से बढ़ी लोकप्रियता SBI का ATM काटकर 16 लाख की लूट, गार्ड नहीं रहने के कारण बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम पटना में 25 जगहों पर बनेंगे वेंडिंग जोन, GIS मैपिंग और कचरा प्रबंधन को मिलेगी रफ़्तार: मंत्री नितिन नवीन देवघर के युवक की जमुई में गोली मारकर हत्या, दोस्तों के साथ पूजा में शामिल होने आया था विनोद सहरसा में जेई लूटकांड का खुलासा: हथियार और लूटे गये सामान के साथ अपराधी गिरफ्तार दरभंगा में बीजेपी नेता के घर 10 लाख की चोरी, बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना जमुई में पत्थर से कुचलकर 10 साल के बच्चे की हत्या, पड़ोसी ने दिया घटना को दिया अंजाम, पुलिस ने दबोचा ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप मुकेश अंबानी के समधी अजय पीरामल ने पटना साहिब में मत्था टेका, पहली बार किया पावन दरबार का दर्शन
04-Mar-2024 04:53 PM
By Dheeraj Kumar
JAMUI: जमुई पुलिस ने पिछले 8 साल से फरार दुर्दांत नक्सली को गिरफ्तार किया है।21 साल के उम्र में नक्सली ने पांच लोगों को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस लंबे समय से इसे तलाश कर रही थी और आखिरकार वह हत्थे चढ़ गया। जमुई पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है।
जानकारी के मुताबिक, साल 2017 में विजय कोड़ा ने कुख्यात नक्सली बालेश्वर कोडा, अर्जुन कोडा के साथ मिलकर कुमरतरी गांव निवासी शिव कोड़ा और बजरंगी कोड़ा एवं उनकी पत्नी मीना कोड़ा को कुकुरझाप डैम पर जन अदालत लगाकर पुलिस मुखवारी के आरोप में मौत के घाट उतार दिया था। जबकि साल 2018 में इसने कुख्यात नक्सली कमांडर बालेसर दा, अरविंद यादव, अर्जुन कोड़ा और बालेसर कोड़ा के साथ मिलकर गुरमहा निवासी दो भाई मदन कोड़ा और प्रमोद कोड़ा को पुलिस मुखवारी के आरोप में जन अदालत लगाकर मौत के घाट उतार दिया था।
बरहट थाना पुलिस ने पिछले 8 साल से फरार हार्डकोर नक्सली विजय कोड़ा को सीआरपीएफ के मदद से गिरफ्तार कर लिया है। जमुई के एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि एसपी डा. शौर्य सुमन को सूचना मिली कि नक्सल कांड में शामिल आरोपी अपने घर आया हुआ है। सूचना मिलते ही टीम ने कुमरतरी गांव में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस को देखकर नक्सली भागने लगा लेकिन सुरक्षा बलों ने आखिर उसे धर दबोचा। विजय कोड़ा हार्डकोर पूर्व नक्सली अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा, प्रवेश और अरविंद यादव का सहयोगी रह चुका है।