ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

बिहार में शिक्षकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही बिहार सरकार - जीवन कुमार

बिहार में शिक्षकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही बिहार सरकार - जीवन कुमार

19-Nov-2022 06:05 PM

ARA : गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी समर्थित उम्मीदवार जीवन कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिक्षकों को बहार निकालने को लेकर दिए गए बयानों पर जोरदार हमला बोला है। जीवन कुमार ने कहा है कि वर्तमान समय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वह बयान जिसमें उन्होंने शिक्षकों को नौकरी से बाहर निकालने की बात कही थी काफी निंदनीय है। 


जीवन कुमार ने कहा कि जिस राज्य का मुख्यमंत्री ऐसा बयान देता हो उस राज्य का क्या हो सकत है।  उन्होंने कहा कि आज बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का नहीं मिलना एक बहुत बड़ा दुर्भाग्य है। यही कारण है कि बिहार शिक्षा के पैरामीटर पर आज काफी पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है तो वहीं दूसरी ओर जिन भी शिक्षकों को सरकार ने नौकरी दी है उनके साथ मात्र मानदेय देकर बिहार सरकार उनके साथ  छलावा कर रही है। 


उन्होंने कहा कि, आज अतिथि शिक्षकों को भी स्थाई करने की जरूरत है ताकि जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहां के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके। जीवन कुमार ने कहा कि टेक्निकल एजुकेशन में व्यवस्था और सपोर्ट का दोयम दर्जे का व्यवहार बिल्कुल निंदनीय है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के 8 जिलों में शिक्षकों से मिल रहा हूं और उनकी परिस्थितियों को समझ रहा हूं पास से जाकर देखने पर पता चलता है कि बिहार के शिक्षक आज किस तरह की बदहाली झेल रहे है। जीवन कुमार ने कहा कि शिक्षकों की छोटी-छोटी मांग को भी जैसे ट्रांसफर पोस्टिंग इत्यादि को वेतन विसंगति इत्यादि को दरकिनार करना भी बहुत बड़ा मुद्दा है। लेकिन सरकार इसे लगातार कर रही है जबकि इसे आर्थिक मुद्दा नहीं कहा जा सकता है उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां शिक्षकों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है तो वहीं सरकारी स्तर पर उन्हें धमकाया जा रहा है। 


जीवन कुमार ने कहा कि मैंने अपने प्रचार के लिए भोजपुर के अलावा बक्सर रोहतास भभुआ गया औरंगाबाद और वर्ग और जहानाबाद का दौरा किया है जहां शिक्षकों का भरपूर समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि इसको सभी तरफ से परिवर्तन की मांग जोर-शोर से की जा रही है। इस दौरान जीवन के साथ बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ अवधेश कुमार, संयुक्त सचिव आशिक अहमद, उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार, संयुक्त सचिव नंदा जी, देवेंद्र नाथ पांडे, सत्येंद्र कुमार, जगदीशपुर अनुमंडल के अध्यक्ष देवेंद्र नाथ पांडे, अभय उपाध्याय, कुंदन मनोज कुमार हयात अंजुम कृष्ण गोपाल सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।