ब्रेकिंग न्यूज़

'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक Bihar Crime News: भीड़ ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान, एक ग़लतफ़हमी और हो गया बड़ा कांड राज्यसभा के उप सभापति से मिले अजय सिंह, महुली खवासपुर-पीपा पुल के पक्कीकरण की मांग मधुबनी में गरजे मुकेश सहनी, कहा..हक मांगने से नहीं मिलता, छीनना पड़ता है Bihar News: टुनटुन यादव के प्रोग्राम में फायरिंग के बाद एक्शन में आई पुलिस, एक को दबोचा अन्य की तलाश जारी PK ने जमुई में भरी हुंकार, बोले..नीतीश चचा को हटाना है इस बार, भूमि सर्वे और दाखिल खारिज में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल: लापरवाही ने ले ली नवजात की जान, इलाज के लिए स्वास्थ्यकर्मियों ने मांगे थे पैसे

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल: लापरवाही ने ले ली नवजात की जान, इलाज के लिए स्वास्थ्यकर्मियों ने मांगे थे पैसे

03-Oct-2022 02:25 PM

By Ajit Kumar

JEHANABAD : बिहार के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव राज्य की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने का दावे करते नहीं थकते लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। राज्य में बद से बदतर होती जा रही सदर अस्पतालों की हालत किसी से छिपी नहीं है। ताजा मामला जहानाबाद से सामने आया है जहां डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक नवजात की जान चली गई। सदर अस्पताल से डॉक्टर के ड्यूटी से गायब रहने के कारण नर्सों और ममता ने महिला का प्रसव कराया लेकिन बेहतर इलाज नहीं होने के कारण नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया।


दरअसल, जिले के सलमानपुर बखरी की रहने वाली अंकिता देवी प्रसव पीड़ा के बाद रविवार की रात सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने मरीज का इलाज करने के बजाए पल्ला झाड़ लिया। काफी मुश्किल से ममता और अस्पताल में तैनात नर्सों की कोशिश से बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे की हालत बिगड़ते देख उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया गया लेकिन उचित इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी जान चली गई। बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया।


परिजनों का आरोप है कि महिला के इलाज के लिए अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा पैसे की मांग की गई थी। पैसे नहीं देने के कारण इलाज में लापरवाही बरती गई जिससे जन्म के बाद बच्चे की मौत हो गई। हालांकि अस्पताल अधीक्षक ने पैसे मांगने की बात से इनकार किया है। इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। बता दें कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली कोई नई बात नहीं है। अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जब डॉक्टरों की लापरवाही के कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।