EOU RAID : भ्रष्ट अधीक्षण अभियंता के ठिकानों पर रेड, EOU से बचने के लिए पत्नी ने जलाया नोटों का बंडल, फिर भी 35 लाख कैश...करोड़ों के जमीन के कागजात बरामद Governor salary in India: राज्यपाल की कितनी होती है सैलरी? जानें... कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है इस पद पर Bihar Politics: मुंगेर में राहुल और तेजस्वी का भारी विरोध, आंबेडकर की प्रतिमा का करना था अनावरण,लेकिन नहीं रुका काफिला Becoming doctor in USA: बिना रेजिडेंसी अमेरिका में प्रैक्टिस कर सकते हैं भारतीय MBBS डॉक्टर? जानिए...पूरी डिटेल PM Modi Bihar Visit: CM नीतीश ने सिमरिया में मोदी से कर दीबड़ी मांग, PM ने पलक झकपते किया पूरा; पढ़िए क्या है पूरी खबर Bihar Education: बिहार के इस जिले में टीचरों ने किया बड़ा खेल, अब चली जाएगी नौकरी PATNA NEWS: राजधानी में डीलर पर लाठीचार्ज, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर खदेड़ा Bihar SIR : SIR के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने राजद और कांग्रेस को लगाई फटकार, जानिए क्या कहा Ganesh Chaturthi 2025: गणपति बप्पा को कितने दिनों तक घर पर रखना है शुभ? जानें... परंपरा और मुहूर्त BIHAR STF : बिहार चुनाव से पहले एक्शन में पुलिस टीम, इन राज्यों में भी दिखा बिहार STF का एक्शन
06-Jan-2024 09:08 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार में हड़ताल करने के आरोप में काम से हटायी गयीं 18 हजार 220 आंगनबाड़ी सेविकाओं की नौकरी फिर से बहाल कर दी गयी है. समाज कल्याण विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है. शनिवार की देर शाम छुट्टी होने के बावजूद समाज कल्याण विभाग ने आदेश निकाला. विभाग ने ये पत्र सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद निकाला है.
समाज कल्याण विभाग में आईसीडीएस के निदेशक की ओर से पत्र निकाला गया है. शनिवार की देर शाम जारी हुए इस पत्र में कहा गया है-“हड़ताल अवधि में कतिपय जिला प्रोग्राम पदाधिकारी द्वारा चयनमुक्त की गयी आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के चयनमुक्ति आदेश को सम्यक विचारोपरांत निरस्त किया जाता है. संबंधित सेविका या सहायिका अपने कर्तव्य पर योगदान देंगी. हड़ताल अवधि से योगदान अवधि तक किसी प्रकार का मानदेय, प्रोत्साहन राशि आदि देय नहीं होगा.”
बता दें कि शनिवार की दोपहर ही नीतीश कुमार ने नौकरी से हटायी गयीं 18 हजार 220 आंगनबाडी सेविकाओं-सहायिकाओं को काम पर वापस रखने का आश्वासन दिया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिका संघ के शिष्टमंडल को यह भरोसा दिलाया था. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि सेविका-सहायिका के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जायेगी. उनके आश्वासन के बाद आनन फानन में कार्यमुक्त करने का आदेश वापस लिया गया.
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ ने अपनी समस्याएं उनके सामने रखी थीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेवाओं में बेहतरी के लिए कई कदम उठाये गये हैं. सेविका-सहायिका के मानदेय में समय-समय पर वृद्धि की जाती है. सरकार और वृद्धि करने पर विचार करेगी.
दरअसल, नवंबर 2023 में मानदेय बढ़ाने सहित कई अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सहायिका और सेविकाओं ने हड़ताल किया था. यह हड़ताल दो महीने से अधिक समय तक चला था. इस प्रदर्शन के दौरान सेविका-सहायिकाओं पर पटना में लाठीचार्ज भी हुआ था. सेविका सहायिकाओं के हड़ताल पर जाने की वजह से अंगनबाड़ी केंद्रों का काम बिल्कुल ठप हो गया था. आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई. साथ ही कई अन्य लोग भी सरकारी योजना का लाभ लेने से वंचित रह गए. इसके बाद समाज कल्याण विभाग ने 18 हजार से अधिक सेविका -सहायिकाओं को सेवामुक्त कर दिया था.
जल्द ही बढ़ेगा मानदेय
वहीं, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा मुख्यमंत्री के निर्देश पर जल्द ही सेविका-सहायिका का मानदेय बढ़ाने पर निर्णय लिया जायेगा. फिलहाल आंगनबाड़ी सेविका को 5930 रुपया मिलता है तो सहायिका को 2975 रुपया मिलता है. विभाग के स्तर पर मानदेय बढ़ाने को लेकर काफी समय से विचार हो रहा हैं. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अगले सप्ताह मानदेय बढ़ाने को लेकर बैठक होगी.