ब्रेकिंग न्यूज़

Patna news: नेशनल अवार्ड से सम्मानित हुईं NSMCH की इंटर्न डॉ. शिखा सिंह, IMA के राष्ट्रीय सम्मेलन में मिला सम्मान Patna news: नेशनल अवार्ड से सम्मानित हुईं NSMCH की इंटर्न डॉ. शिखा सिंह, IMA के राष्ट्रीय सम्मेलन में मिला सम्मान Bihar IAS transfer : बिहार में IAS अधिकारियों का बड़ा तबादला, संजीव हंस समेत 15 अधिकारियों को नई पोस्टिंग, विजयलक्ष्मी और कपिल अशोक भी शामिल Bihar Crime News: बिहार में पटवन को लेकर खूनी खेल, ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका; गोलीबारी का वीडियो वायरल Bihar Crime News: बिहार में पटवन को लेकर खूनी खेल, ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका; गोलीबारी का वीडियो वायरल Betia Helmet Chor : हेलमेट चोर का वीडियो वायरल, स्थानीय लोगों ने पोल से बांधा; सोशल मीडिया पर छाया मामला Aadhaar Service Center : स्कूलों में दोबारा शुरू होंगे आधार सेवा केंद्र, बच्चों और अभिभावकों को मिलेगी बड़ी राहत Patna Smart City : नए साल में पटना को मिलेंगी चार बड़ी नागरिक सुविधाएं, लोगों को मिलेगी बड़ी राहत Aadhaar Card Update Rules : नए साल 2025 से बदलेंगे आधार-पैन, बैंक और राशन के नियम; मोबाइल नंबर से लेकर गेहूं-चावल तक में बड़ा बदलाव chicken chili dispute : चिकन चिली खाने को लेकर विवाद, युवक को चाकू मार गंभीर रूप से किया घायल; दूसरा घायल

नीतीश सरकार ने पुलिसकर्मियों को दिया झटका, ऑन ड्यूटी घायल हुए तो इलाज का पूरा खर्च नहीं मिलेगा

नीतीश सरकार ने पुलिसकर्मियों को दिया झटका, ऑन ड्यूटी घायल हुए तो इलाज का पूरा खर्च नहीं मिलेगा

20-Apr-2022 10:02 AM

PATNA : नीतीश सरकार के नए फैसले से बिहार में पुलिसकर्मियों को अब झटका लग गया है। ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी अगर घायल होते हैं या फिर इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाती है तो ऐसी सूरत में इलाज पर हुआ पूरा खर्च वापस से नहीं मिलेगा। बिहार में अब पुलिसकर्मियों को इलाज के बाद अन्य सरकारी कर्मियों की तरह सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम की दरों के मुताबिक ही राशि का भुगतान किया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि अगर इलाज पर खर्च ज्यादा आए उसके बावजूद CGSH की दरों के मुताबिक ही भुगतान किया जाएगा। 


आपको बता दें कि जोखिम भरी ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी अक्सर ऑन ड्यूटी घायल हो जाते हैं। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग के जरिए ड्यूटी के दौरान घायल होने वाले पुलिसकर्मियों के इलाज या फिर उनकी मृत्यु हो जाने पर इलाज का पूरा खर्च दिए जाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा था। मुख्यालय के मुताबिक के संशोधन के प्रस्ताव पर स्वास्थ्य विभाग ने सहमति नहीं दी है। स्वास्थ्य विभाग ने साल 2015 और 2017 के दो संकल्पों का हवाला देते हुए कहा है कि ऑन ड्यूटी जख्मी या मृत पुलिसकर्मियों को अन्य सरकारी कर्मियों की तरह ही चिकित्सा में खर्च की गई राशि का नियम के मुताबिक ही भुगतान किया जाएगा। 


स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जवाब मिलने के बाद अब पुलिस मुख्यालय ने अपने सभी अधिकारियों को स्थिति स्पष्ट करते हुए लेटर जारी किया है। सभी जिलों के पुलिस पदाधिकारियों को यह बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग के संकल्प के मुताबिक जो व्यवस्था है उसी के मद्देनजर आगे इलाज की कार्यवाही की जाए। उधर पुलिस से एसोसिएशन और मेंस एसोसिएशन पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए कैशलेस कार्ड की मांग कर रहा है। पुलिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस कर्मियों की तुलना अन्य सरकारी कर्मियों से नहीं की जा सकती। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी कई मायनों में अलग होती है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए वह हमेशा विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हैं और ऐसी स्थिति में वह हादसे के भी शिकार हो जाते हैं।