ब्रेकिंग न्यूज़

नीतीश सरकार ने अपराधियों पर कसी नकेल, मोतिहारी के कुख्यात राहुल सिंह की 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त कटिहार का चोर गिरोह जमुई में सक्रिय, चकाई पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ में एक घंटे में किया 5 लाख की चोरी का खुलासा समस्तीपुर में पुलिस पर हमला, मारपीट की सूचना पर पूर्व मंत्री के घर पहुंची थी टीम, गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त 100 करोड़ के फर्जी GST रिफंड घोटाले में CBI की रेड, पटना के तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर सहित 30 पर केस दर्ज BIHAR: वज्रपात की चपेट में आने से बेगूसराय में 2 की मौत, परिजनों के बीच मचा कोहराम Bihar Dsp Transfer: बिहार के 19 अनुमंडल में नए SDPO की पोस्टिंग, पूरी सूची देखें.... Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के 105 अधिकारियों का तबादला, वेटिंग वाले 59 अफसरों को मिली नई जगह, पूरी लिस्ट देखें.... Patna News: पटना पश्चिम के दानापुर-नौबतपुर-खगौल-बिक्रम के इन 18 माफियाओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी...न्यायालय में भेजा गया प्रस्ताव, पूरी लिस्ट देखें.. गया में श्रीविद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन, 5 हजार सुहासिनी महिलाओं ने किया एक करोड़ बार श्रीललिता सहस्त्रनाम का अर्चन VIP नेता संजीव मिश्रा ने झखारगढ़ में चलाया जनसंवाद अभियान, भ्रष्टाचार के खिलाफ फूंका बिगुल, कहा..दो दशकों से रुके विकास को मिलेगी नई रफ्तार

Scam: बिहार में एक चुनावकर्मी ने डेली खाया 10 प्लेट खाना, चाय-पानी का बिल आया 18 करोड़

Scam: बिहार में एक चुनावकर्मी ने डेली खाया 10 प्लेट खाना, चाय-पानी का बिल आया 18 करोड़

14-Nov-2024 09:25 AM

By First Bihar

PATNA : बिहार हेमशा से ही अपने किसी न किसी अलग मामले से सुर्ख़ियों में बना रहता है। अब एक ताजा मामला लोकसभा से जुड़ा हुआ सामने आया है। खबर यह है कि लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में एक चुनावकर्मी पर रोजाना 10 प्लेट खाना खाया है। अब यह मामला सामने आने के बाद हर कोई दंग रह गया है कि आखिर यह कैसे संभव है ?


दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में खर्च के हिसाब-किताब के दौरान चौंकाने वाले मामले उजागर हुए हैं। भोजन-नाश्ता आदि की आपूर्ति करने वाली एजेंसियों ने जिला प्रशासन को जो विपत्र सौंपा है, उसके मुताबिक एक चुनावकर्मी ने हर रोज औसतन 10 प्लेट भोजन किया। चुनाव में पटना जिले में करीब 20 हजार कर्मियों की ड्यूटी लगी थी। एजेंसियों ने जो विपत्र सौंपा है, उसके मुताबिक भोजन, नाश्ता, पानी और चाय पर 18 करोड़ रुपए खर्च हुए। लेकिन जब प्रशासन ने इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि भोजन पर 2.49 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।


जानकारी के मुताबिक पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर एडीएम आपूर्ति के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने इस मामले की जांच की है। चुनाव के दौरान भोजन-नाश्ता आदि की तीन कंपनियों ने आपूर्ति की थी। जांच करने वाले अधिकारियों की मानें तो मेन बिल से  लगभग 10 गुना अधिक खर्च का ब्योरा दिया गया। कंपनियों ने दावा किया कि 18 करोड़ खर्च हुए हैं लेकिन जब जांच टीम ने वाउचर और चुनाव कार्य स्थल का ब्योरा लिया तो भौंचक रह गए। कंपनियों के वाउचर के अनुसार एक चुनावकर्मी को 10 प्लेट हर रोज भोजन कराया गया है। गहराई से इसकी छानबीन की गई तो पता चला कि बिल वाउचर में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है।


यही नहीं बिल वाउचर की जांच में एक और चौकाने वाला तथ्य सामने आया। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक जांच अधिकारियों ने यह पाया है कि जहां पुलिसकर्मी का आवासन स्थल था, वहां एक हॉल में 100 के बैठने की व्यवस्था की गई थी। ऐसे हॉल में 80 से 90 पंखे और बल्ब लगाने का दावा कर बिल दिया गया है। इससे ही जांच करने वाले अधिकारियों को गड़बडी की आशंका हुई थी। 


इसके बाद संबंधित विधानसभा क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारियों को पटना बुलाकर बिल विपत्रों की जांच कराई गई। उसके बाद पता चला कि चुनाव के दौरान जहां पुलिसवाले ठहरे हुए थे वहां इतनी संख्या में पंखा और बल्ब लगाया ही नहीं जा सकता था। इसके बाद कंपनियों की ओर से दिए गए बिल विपत्रों का सही तरीके से सत्यापन कर शेष बिल को फर्जी घोषित कर दिया गया।