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23-May-2021 02:16 PM
By Ranjan Kumar
KAIMUR : बिहार में कोरोना काल में दवाओं की कालाबाजारी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा ममला कैमूर जिले का है, जहां पुलिस ने कोरोना की दवाइयों की कालाबाजारी करने वाले शख्स को अरेस्ट किया है, जो अवैध तरीके से दवाओं की खरीद-बिक्री करता था. गिरफ्तार युवक से पूछताछ कर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.
घटना कैमूर जिले के भभुआ थाना क्षेत्र की है, जहां कुड़ासन गांव में ASDM के नेतृत्व में बनी 3 सदस्यिय टीम ने एक दवा कारोबारी अरविंद सिंह को गिरफ्तार किया है. इसकी निशानदेही पर वार्ड नंबर 1 से इसके मकान से भारी मात्रा में सैंपल की दवाई जप्त हुई है, जो कोरोना काल में उपयोग में आती हैं. गिरफ्तार युवक के पास से पैरासिटामोल, कफ सिरप, मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक दवाइयां जब्त की गई हैं.
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी दवा एजेंसी से डॉक्टरों के देने वाले सैंपल दवा को खरीद कर प्रैक्टिशनर ग्रामीण इलाके के चिकित्सकों के पास बिक्री करता था. तीन सदस्यीय टीम में ASDM भभुआ सुजीत कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर मोहम्मद परवेज अख्तर और सहायक औषधि नियंत्रक चंद्रशेखर यादव शामिल थे, जिन्होंने इसे गिरफ्तार किया है.

जानकारी देते हुए एएसडीएम सुजीत कुमार ने बताया गिरफ्तार आरोपी अरविंद सिंह इनका कोई मेडिकल स्टोर नहीं है और दवा सप्लायर का काम करते हैं, जो गांव में प्रैक्टिशनर चिकित्सक होते हैं. उनको यह सप्लाई करते हैं. हम लोगों ने 3 सदस्यीय टीम बनाया. ड्रग इंस्पेक्टर साहब ने ग्रामीण चिकित्सक बनकर इनको फोन किया जिसके बाद आज सुबह नौ बजे दवा डिलीवरी करने का इनके द्वारा समय बताया गया. जब आज पहुंचा गया तो यह दवा लेकर नहीं आया अकेले आया। फिर इसको पकड़ा गया. इसके भभुआ वार्ड नंबर एक स्थित आवास से दवा जप्त हुआ है. इनके पास दवा बिक्री का लाइसेंस नहीं है. जब्त दवा सब सैम्पल है, जिसको बाहर नहीं बेचना है. एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. आरोपी गिरफ्तार है करवाई जा रही है.

जानकारी देते हुए ड्रग इंस्पेक्टर मोहम्मद परवेज अख्तर बताते हैं. हम लोग को पता चल रहा था अरविंद कुमार बिना लाइसेंस का दवा सप्लाई करते हैं. फिर मैं प्रैक्टिशनर बन कर इनसे दवा मांगा तो यह देने के लिए तैयार हो गया. आज सुबह गए तो दवा लेकर नहीं आए खुद आए. फिर इनको पकड़कर इनकी निशानदेही पर घर से दवा भारी मात्रा में बरामद हुआ है. जबकि फिजीशियन सैंपल दवा है, जप्त दवा की कीमत लगभग 40 से 50 हजार रुपये है. जो मेडिकल प्रैक्टिशनर यूज करते हैं.

जानकारी देते हुए सहायक औषधि नियंत्रक चंद्रशेखर यादव बताते हैं भभुआ शहर में छापेमारी की गई है आरोपी अरविंद सिंह को गिरफ्तार किया गया है. यह फिजिशियन सैंपल के कारोबारी हैं. इनके पास से भारी मात्रा में फिजिशियन सेम्पल पकड़ाया है. एंटीबायोटिक बुखार और मल्टीविटामिन दवाएं जप्त हुई हैं, जो करोना में भी काम आता है. गिरफ्तार आरोपी अरविंद ने बताया एक साल से दवा का कारोबार कर रहा हूं. एजेंसी से खरीद के ग्रामीण चिकित्सकों तक दवा पहुंचाते हैं गलती तो हुई है.