ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: बिहार के तापमान में गिरावट जारी, इस दिन से देखने को मिलेगा ठंड का असली रूप Bihar Election 2025: आज से बंद होगा दूसरे चरण का चुनाव प्रचार, 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान Tejashwi Yadav Birthday: तेजस्वी प्रसाद यादव का आज 37वां जन्म दिवस, परिवार संग मनाया जश्न; कार्यकर्ताओं के बीच काटेंगे केक दिनारा में जय कुमार सिंह के समर्थन में पहुंचे अरविंद अकेला कल्लू और अनुपमा यादव, रोड शो में उमड़ी भारी भीड़ गयाजी में चुनावी सभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार का मंच धंसा, सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते बचाया बाप के साथ पार्टी करने आए शख्स ने बेटी की इज्जत लूट ली, आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर कर दी चढ़ाई बेलागंज में इकरा हसन की चुनावी सभा: राजद प्रत्याशी डॉ. विश्वनाथ के लिए मांगा वोट, तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित Advani Birthday: पीएम मोदी ने भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी से की मुलाकात, जन्मदिन की दी शुभकामनाएं; कहा- उनका जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित वजीरगंज में बसपा के रोड शो में उमड़ी भारी भीड़, जनसैलाब को देख गदगद हो गये चिंटू भैया, बोले..बदलाव निश्चित

कोरोना काल में चुनाव संभव नहीं, कई राजनीतिक दलों ने आयोग का दरवाजा खटखटाया

कोरोना काल में चुनाव संभव नहीं, कई राजनीतिक दलों ने आयोग का दरवाजा खटखटाया

15-Jul-2020 03:42 PM

 PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के दौरान विधानसभा चुनाव कराए जाने को लेकर राजनीतिक दलों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है. विधानसभा चुनाव कोरोना काल में न हो. इसके लिए कई राजनीतिक दलों ने एक साथ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने साझा रूप से चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कई बिंदुओं की चर्चा है.

सभी दलों ने कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कराए जाने को सही नहीं मानते हुए इन राजनीतिक दलों ने परंपरागत चुनाव के लिए संक्रमण खत्म होने तक का इंतजार करने की बात कही है. 

सभी दलों ने कहा कि सत्ताधारी दलों द्वारा प्रचार करने संबंधी जो प्रस्ताव दिए गए हैं. उससे ऐसा लगता है कि वर्चुअल रैली, प्राइवेट और सरकारी चैनलों, सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार का भारी खर्चवाला कारपोरेट तरीका अपनाकर वास्तविक और पारंपरिक चुनाव पर प्रतिबंध लगाकर अन्य दलों का दूर रखना चाहते हैं. यह भारतीय प्रजातंत्र को समाप्त करने की दिशा में एक खतरनाक कदम है. 

चुनाव आयोग से सभी दलों ने कहा कि धनवान पार्टी पहले से ही वर्चुवल रैली में जुट गई है. जिसका खर्च खुद वहन कर रही है. ऐसे खर्च की कोई सीमा चुनाव आयोग की तरफ से निर्धारित नहीं है. चुनाव आयोग आचार संहिता से पहले उम्मीद्वारों की खर्च सीमा तो तय कर दिया जाए.