ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar News: स्वतंत्रता सेनानी रामधारी सिंह उर्फ जगमोहन सिंह का निधन, देश की आजादी में निभाई थी अहम भूमिका Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Transport: फिटनेस का फुल स्पीड खेल ! बिहार के ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर 'प्रमाण पत्र' जारी करने में देश भर में बना रहे रिकॉर्ड, गाड़ियों की जांच के नाम पर 'फोटो फ्रॉड इंडस्ट्री' ? Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान

बिहार के इस इलाके में बाघिन का खौफ, सहमे हुए किसान फसल काटने नहीं जा रहे

बिहार के इस इलाके में बाघिन का खौफ, सहमे हुए किसान फसल काटने नहीं जा रहे

20-Apr-2022 10:18 AM

BAGAHA : बिहार के कई इलाकों में किसान घोड़परास यानी नीलगाय से परेशान रहते हैं। घोड़परास फसल को नुकसान पहुंचाते हैं और इसके लिए दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए थे लेकिन सूबे का एक इलाका ऐसा भी है जहां गांव वाले और किसान आजाद घूम रही बाघिन से परेशान हैं। यह बाघिन अपने दो बच्चों के साथ आजकल गांव वाले इलाके में पहुंच जाती है, जिसे लेकर किसान खासे परेशान हैं। 


खबर पश्चिम चंपारण के बगहा वाले दियारा इलाके से है। यहां किसानों में बाघिन और उसके दो बच्चों को लेकर खौफ का आलम है। हालात ऐसे बन गए हैं कि खेत में फसल तैयार खड़ी है लेकिन किसान इसे काटने के लिए नहीं जा रहे हैं। दरअसल गांव के लोगों ने एक बाघिन को उसके दो बच्चों के साथ घूमते हुए देखा है। यह पूरा इलाका वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है। यहां जंगली जानवरों की गतिविधियां अक्सर देखने को मिलती हैं लेकिन पिपरासी प्रखंड के कुछ इलाकों में इन दिनों बाघिन का खौफ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक खेत में काम करने वाले किसानों ने बाघिन को देखा है। इतना ही नहीं उसके पैरों के निशान भी खेत और जमीन पर मिले हैं। 


किसानों के लिए सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि खेत में गेहूं की फसल कटाई का इंतजार कर रही है। अगर समय पर कटाई नहीं हुई और बारिश या ओले पड़े तो ऐसी स्थिति में फसल बर्बाद हो जाएगी। मसूर की फसल भी पक कर तैयार है लेकिन बाघिन के डर से किसान खेत में नहीं जा रहे हैं। ऐसे में उनके सामने कोई विकल्प नहीं बचता। वन संरक्षक के मुताबिक बाघिन के फुट मार्क नहीं मिले हैं, वयस्क बाघ के पैरों के निशान जरूर मिले हैं और उसी के आधार पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।