ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम अंतिम चरण में, अब तक 98% मतदाता कवर; EC का दावा Bihar News: स्वतंत्रता सेनानी रामधारी सिंह उर्फ जगमोहन सिंह का निधन, देश की आजादी में निभाई थी अहम भूमिका Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Transport: फिटनेस का फुल स्पीड खेल ! बिहार के ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर 'प्रमाण पत्र' जारी करने में देश भर में बना रहे रिकॉर्ड, गाड़ियों की जांच के नाम पर 'फोटो फ्रॉड इंडस्ट्री' ? Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान

समस्तीपुर : भारत बंद के कारण यातायात ठप, विपक्षी पार्टियों ने जमकर की नारेबाजी

समस्तीपुर : भारत बंद के कारण यातायात ठप, विपक्षी पार्टियों ने जमकर की नारेबाजी

08-Dec-2020 01:01 PM

By Ramesh Rai

SAMASTIPUR : किसान आंदोलन के समर्थन में आहूत भारत बंद का समस्तीपुर में खासा असर देखने को मिल रहा है. सुबह से ही घने कोहरे के बीच तमाम विपक्षी पार्टियों ने सड़क पर उतरकर जगह जगह यातायात को बंद कर दिया है. बंद में वामपंथी संगठनों के साथ ही आरजेडी, कांग्रेस, आरएलएसपी, जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता भी आंदोलन में शामिल हैं. 


समस्तीपुर शहर के ओवरब्रिज के पास सड़क जाम का नेतृत्व आरजेडी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता अख्तरुल इस्लाम शाहीन कर रहे थे. जबकि ताजपुर में एनएच 28 पर सड़क जाम भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह की अगुआई में विपक्षी दल के कार्यकर्ता और किसान प्रदर्शन कर रहे थे. भारत बंद की वजह से समस्तीपुर में सुबह से आवागमन पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है, जबकि बाजार की अधिकांश दुकानें भी बंद हैं.


सड़कों पर जुलूस भी निकाले जा रहे है और केंद्र सरकार द्वारा लाये गए किसान बिल के विरोध में नारेबाजी की जा रही है. नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जबतक केंद्र सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. नेताओं ने किसान बिल को देश के किसानों की बदहाली के साथ ही बड़े बड़े पूंजीपतियों के हित मे लाया गया कदम बताया.