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27-Jun-2022 02:04 PM
PATNA : सोमवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई है. अग्निपथ योजना के खिलाफ विपक्षी विधायकों ने आज विधानसभा में जबरदस्त हंगामा किया है. भोजन अवकाश के बाद जब 2:00 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो एक बार फिर सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला है. विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और अग्निपथ योजना पर सदन में बहस की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी विधायकों को बार-बार उनकी जगह पर लौटने के लिए कहा, लेकिन जब विपक्ष वापस नहीं लौटा तो आखिरकार हंगामे के बीच ही सरकार की तरफ से पेश किया गया विधेयक पास करा दिया गया.
विधानसभा में आज सरकार की तरफ से बिहार छुआ नियंत्रण संशोधन विधेयक 2022 पेश किया गया था. राज्य सरकार की तरफ से विभागीय मंत्री सुनील कुमार ने इसे सदन में स्वीकृति के लिए रखा विपक्ष की तरफ से ललित यादव समेत महबूब आलम की तरफ से इस विधेयक पर संशोधन का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन हंगामे के कारण इन दोनों विधायकों ने अपना संशोधन प्रस्ताव नहीं रखा जिसके कारण यह विधेयक के हंगामे के बीच स्वीकृत हो गया.
विधानसभा में आज 2 घंटे तक राज्य में वायु प्रदूषण की स्थिति पर विशेष चर्चा होनी थी. आरजेडी के विधायक समीर महासेठ ने सदन में चर्चा के लिए यह प्रस्ताव दिया था. विधानसभा अध्यक्ष ने इसे स्वीकार करते हुए 2 घंटे के समय में सभी राजनीतिक दलों के लिए वक्त भी आवंटित कर दिया, लेकिन जब प्रस्ताव को सदन में रखने की बारी आई तो समीर कुमार सेठ अन्य साथी विधायकों के साथ अग्नीपथ पर चर्चा के लिए प्रदर्शन में व्यस्त रहें. उन्होंने अपना प्रस्ताव मूड नहीं किया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी भी जताई सरकार की तरफ से मंत्री श्रवण कुमार ने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. पहले 2:45 तक सदन को स्थगित कर दिया गया था, जिसके बाद 2:45 से सदन की फिर से शुरुआत हुई. हालांकि अब मंगलवार 11 बजे तक के लिए सदन स्थगित रहेगा.