Bihar Crime News: ‘ये नहीं मैं इन्हें भगाकर ले आई हूं’ लड़की ने घर के भागकर रचाई शादी, वीडियो जारी कर की यह अपील Bihar Crime News: ‘ये नहीं मैं इन्हें भगाकर ले आई हूं’ लड़की ने घर के भागकर रचाई शादी, वीडियो जारी कर की यह अपील एक गांव ऐसा भी: पहली बार किसी छात्र ने पास की मैट्रिक की परीक्षा, आजादी के बाद ऐतिहासिक उपलब्धि; दिलचस्प है कहानी एक गांव ऐसा भी: पहली बार किसी छात्र ने पास की मैट्रिक की परीक्षा, आजादी के बाद ऐतिहासिक उपलब्धि; दिलचस्प है कहानी Bihar News: पोखर में डूबने से सास-बहू की दर्दनाक मौत, शादी की खुशियां मातम में बदलीं Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जुटा EC, शुरू कर दिया यह बड़ा जरूरी काम Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जुटा EC, शुरू कर दिया यह बड़ा जरूरी काम Bihar News: तेज रफ्तार ट्रक ने एम्बुलेंस को मारी जोरदार टक्कर, हादसे में प्रेग्नेंट महिला की मौत, चार लोग घायल Bihar News: तेज रफ्तार ट्रक ने एम्बुलेंस को मारी जोरदार टक्कर, हादसे में प्रेग्नेंट महिला की मौत, चार लोग घायल Bihar News: सड़क हादसे में पति की मौत के बाद पत्नी की भी गई जान, तीन मासूम के सिर से उठा मां-बाप का साया
29-Feb-2024 12:05 PM
By First Bihar
PATNA : बिहार में शिक्षा विभाग और राजभवन आमने-सामने है। बुधवार को शिक्षा विभाग की बैठक में बिहार के किसी भी विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल नहीं हुए। शिक्षा विभाग की ओर से मिली चेतावनी के बावजूद भी कुलपतियों ने राज्यपाल सह कुलाधिपति के ही दिशा-निर्देशों का पालन किया। बैठक में सिर्फ दो विश्वविद्यालयों की ओर से तीन प्रतिनिधि ही शामिल हुए। ऐसे में अब इनलोगों को लेकर के के पाठक ने बड़ा एक्शन लिया है।
शिक्षा विभाग की मीटिंग में शामिल नहीं होने पर केके पाठक ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के वीसी और रजिस्ट्रार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उनके वेतन पर रोक लगाते हुए शो कॉज नोटिस भेज दिया है। शिक्षा विभाग की ओर से स्पष्टीकरण पूछा गया है कि 28 फरवरी की महत्वपूर्ण बैठक में आप लोग उपस्थित नहीं हुए। क्यों नहीं आप पर प्राथमिक की दर्ज की जाए? इसके साथ सभी विश्वविद्यालयों के बैंक खातों के संचालन पर भी शिक्षा विभाग ने रोक लगा दी है।
मालूम हो कि, 28 फरवरी को विभाग द्वारा बैठक बुलाई गई थी जिसमें राज्पाल आर वी आर्लेकर के आदेश पर कोई भी कुलपति उपस्थित नहीं हुए थे। राजभवन ने सभी विश्वविद्यालयों को इससे संबंधित निर्देश भेजा था। इस बैठक को लेकर राजभवन और शिक्षा विभाग में ठन गया था. शिक्षा विभाग की ओर से बकायदा पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों को ये बताया गया था कि इस बैठक में हिस्सा लेना अनिवार्य होगा। यही नहीं, बल्कि विश्वविद्यालयों को भेजे गए पत्र में ये हिदायत भी दी गयी थी कि अगर इस बैठक में हिस्सा नहीं लेते हैं तो विभाग उनपर सख्त कार्रवाई करेगा।
आपको बताते चलें कि, शिक्षा विभाग ने दो और तीन मार्च को एक ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन रखा है। इसमें हिस्सा लेने के लिए सभी कुलपतियों, कुलसचिवों और अन्य अधिकारियों को बुलाया गया है। जबकि राज्यपाल सह कुलाधिपति ने कुलपतियों को निर्देश दिया है कि इस ट्रेनिंग सेमिनार में हिस्सा नहीं लें। अब इस हालात को देखते हुए अब इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भी कुलपतियों के शरीक होने की संभावना कम लग रही है।