Bihar Farmers: बिहार के इस जिले में कद्दू बेचकर मालामाल हो रहे किसान, यह तरीका अपनाकर दुगनी कर रहे कमाई जमुई और लखीसराय का कुख्यात अपराधी मुन्ना यादव गिरफ्तार, लंबे समय से पुलिस को थी तलाश नवादा में बस और बाइक की टक्कर में युवक की मौत, फुफेरा भाई घायल, नानी के घर जा रहे थे दोनों Caste Census: देश भर होगी जातीय जनगणना, सुपर कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला Pahalgam Terror Attack: “सरकार हमें विश्वास में लेकर आगे की योजना बताए”, कांग्रेस के जयराम रमेश के बयान पर लोगों ने दी मजेदार प्रतिक्रियाएं IPS Deven Bharti: कौन हैं देवेन भारती? फडणवीस ने बनाया मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर, बिहार के इस जिले से रखते हैं ताल्लुक Bihar News: बिहार के इस जिले में जमीन के नीचे से प्रकट हुए भगवान विष्णु और बुद्ध, दर्शन के लिए जमा हुई भारी भीड़ Purvanchal Expressway: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लिंक हाईवे का निर्माण तेज, इस महीने तक NH-922 से जुड़ जाएगा बक्सर; जाम से मिलेगी रहत पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह को मिली पैरोल, पोती की शादी में होंगे शामिल Bihar News: सुबह-सुबह शराब पीकर स्कूल पहुंच गए हेडमास्टर साहब, घंटों चला ड्रामा, फिर हुई पुलिस की एंट्री
22-Sep-2024 07:14 AM
By First Bihar
बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ी पहल की गई है। राज्य में 90 दिनों के अंदर लगभग 400 करोड़ की लागत से 110 नए अस्पतालों का उद्घाटन होने जा रहा है। इनमें पांच जिला माडल अस्पताल समेत मातृ-शिशु अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्रमुख हैं। इस बात की जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दी है।
मंगल पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में राज्य की जनता को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। राज्य में कुल 69 एफआरयू कार्यरत हैं और जल्द ही 40 नए यूनिट कार्यरत हो जाएंगे। उन्होंने स्टाफ नर्स के प्रशिक्षण पर फोकस करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है कि दिसंबर 2024 तक राज्य में 50 प्रतिशत कुशल बर्थ अटेंडेंट हो। इसके लिए स्टाफ की ट्रेनिंग ज्यादा से ज्यादा कराई जाए।
वहीं उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि हाइड्रोसिल और फाइलेरिया रोगों से संबंधित दिए गए टास्क को पूरा करें। स्वास्थ्य संस्थानों में संचालित अल्ट्रासाउंड मशीनों से कितनी सोनोग्राफी की जा रही है इसकी पूरी रिपोर्ट ली जाए और अनिवार्य रूप से इसकी मासिक बैठक करें ताकि जरूरतमंदों को इस सुविधा का लाभ मिल पाए।
बता दें कि, शनिवार को राजधानी के स्वास्थ्य भवन के सभागार कक्ष में आयोजित राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने यह जानकारी दी।समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, मातृ-मृत्यु दर, जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।