समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
20-Aug-2021 10:07 AM
DESK : पुलिस और CRPF जवानों ने 30 पुलिसकर्मियों की हत्या के खूंखार नक्सली को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. उसपर अलग-अलग थानों में 45 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. यह 15 लाख रुपए का इनामी अपराधी है.
बताया जा रहा है कि तीस पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल खूंखार नक्सली रमेश गंझू उर्फ आजाद को झारखंड की चतरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और पुलिस महानिरीक्षक एवी होमकर ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर चतरा के सिमरिया थाना क्षेत्र में बरवाडीह जंगल में कार्रवाई कर पुलिस और CRPF की 198वीं बटालियन ने खूंखार माओवादी रमेश गंझू उर्फ आजाद को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस महानिरीक्षक एवी होमकर ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कमांडर पर झारखंड एवं बिहार में 45 से अधिक मामले दर्ज हैं और उस पर राज्य पुलिस ने 15 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के पास से डेढ़ लाख रुपये नकदी भी बरामद किया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली ने 30 से अधिक पुलिस कर्मियों तथा अनेक ग्रामीणों की हत्या की है.
साल वर्ष 2013 में आजाद के नेतृत्व में लातेहार के बरवाडीह थाना क्षेत्र के अमुवा टीकर गांव के कटिया जंगल में घात लगाकर नक्सलियों ने 14 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी और सभी हथियार लूट लिए थे. इस घटना में कई ग्रामीण भी मारे गए थे.
इसी नक्सली ने वर्ष 2014 में पलामू के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के छोटकी कौड़ियां गांव में प्रतिद्वंद्वी नक्सली गिरोह टीपीसी के उग्रवादियों के 16 सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी थी औऱ इनके हथियार छीन लिए थे. इसी प्रकार वर्ष 2018 में बिहार के गया जिले के आमस थाना के रेंगनिया गांव में पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक चौकीदार राजेश्वर पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
वर्ष 2013 में बिहार के औरंगाबाद पुलिस कैम्प में तीन स्कार्पियो गाड़ी में सवार नक्सलियों ने गाड़ी को कैम्प में घुसा दिया था और गोलीबारी की थी. इस घटना में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी. घटना में नक्सलियों ने पुलिस की अनेक राइफलें लूट ली थीं.