पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
24-Jun-2021 08:02 PM
By Ramesh Rai
SAMASTIPUR: समस्तीपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एटीएम में पैसा जमा करने वाली कंपनी पर 2 करोड़ 70 लाख रुपये गबन का खुलासा किया है। इस मामले मे एटीएम कैश मैनेजमेंट की बेगूसराय शाखा प्रबंधक राजेश कुमार द्वारा समस्तीपुर नगर थाना में कुछ दिन पहले ही मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद नगर पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 3.37 लाख कैश, सोने की चेन, अंगूठी, सोने की कंगन, 11 ATM कार्ड, 9 बैंको का चेक बुक और 2 मोबाइल बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि मामले का उद्भेदन होने के बाद मास्टरमाइंड फरार हो गया था। जिसकी हैदराबाद एयरपोर्ट पर होने की सूचना के बाद गिरफ्तार किया गया। उसी की निशानदेही के आधार पर दो अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई।
सदर डीएसपी ने बताया कि आउटसाेर्सिंग कम्पनी द्वारा शहर के विभिन्न बैंकों के ATM में कैश जमा कराया जाता था। इस दौरान कर्मचारियों को एटीएम में कैश जमा करने के लिए 15 लाख रुपए मिलते थे। कर्मचारी एटीएम में सिर्फ 5 लाख रुपए ही डालते थे और बचे 10 लाख रुपए अपने पास रख लेते थे। और इसी रकम को वे सूद पर लगाते थे। इन कर्मचारियों द्वारा यह गोरखधंधा करीब 6 महीने से चल रहा था। आउटसोर्सिंग कंपनी की 6 महीने की ऑडिट में मामला उजागर हुआ। हालांकि इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी। इस बात की जानकारी डीएसपी प्रीतिश कुमार ने दी। आखिर इतने बड़े पैमाने पर किस तरह से गबन किया गया। इसमें कंपनी और बैंक के वरीय अधिकारियों की भी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।