India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए.. India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए.. Bihar News: बिहार में HIV पॉजिटिव मरीजों के लिए राहत भरी खबर, जल्द खुलेंगे पांच और नए ART सेंटर Bihar News: बिहार में HIV पॉजिटिव मरीजों के लिए राहत भरी खबर, जल्द खुलेंगे पांच और नए ART सेंटर Bihar News: बिहार में निवेश के खुलेंगे नए द्वार, मुंबई में उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल और स्विस इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स की हुई अहम बैठक Bihar News: बिहार में निवेश के खुलेंगे नए द्वार, मुंबई में उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल और स्विस इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स की हुई अहम बैठक Maruti Suzuki Swift CSD Prices: टैक्स फ्री हो गई भारतीयों की यह पसंदीदा कार, हैरान कर देगी बेस मॉडल की कीमत Maruti Suzuki Swift CSD Prices: टैक्स फ्री हो गई भारतीयों की यह पसंदीदा कार, हैरान कर देगी बेस मॉडल की कीमत Bihar News: हिजाब विवाद के बीच डॉक्टर नुसरत ने नहीं की नौकरी ज्वाइन, सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला Bihar News: हिजाब विवाद के बीच डॉक्टर नुसरत ने नहीं की नौकरी ज्वाइन, सरकार ने ले लिया बड़ा फैसला
27-Jan-2025 10:40 AM
By First Bihar
Pune GBS Cases: महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन बैरे सिंड्रोम यानी (जीबीएस) से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ते जा रही है। जीबीएस के बढ़ रहे मामले प्रशासन की चिंता बढ़ा रहे हैं। हाल ही में इस बीमारी से एक मौत की भी खबर आ रही है। आशंका है कि यह मौत जीबीएस की वजह से ही हुई है। महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में गुइलेन बैरे सिंड्रोम से पहली मौत होने की आशंका है। वहीं राज्य में जीबीएस संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अकेले पुणे में ही 100 से ज्यादा मरीज हो गए हैं। जिनमें से 19 मरीज बच्चे हैं।
पुणे में GBS के 16 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। GBS के लक्षण वाले 19 मरीज 9 साल से कम उम्र के हैं। साथ ही 50-80 साल की उम्र वाले 23 मरीज हैं। पुणे क्लस्टर में 9 जनवरी को अस्पताल में भर्ती मरीज GBS पॉजिटिव आया था, ये पहला केस था। इसके बाद अस्पताल के अन्य मरीजों का टेस्ट लिया गया, जिसमें से कुछ के बॉयोलॉजिकल सैंपल में कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया का पता चला। ये बैक्टीरिया GBS के लगभग एक तिहाई मामलों का कारण बनता है और बहुत सीवियर इन्फेक्शन के लिए भी जिम्मेदार है। अब पुणे में 28 नए केस के साथ एक्टिव केस 101 हो गए हैं।
गुइलेन बैरे सिंड्रोम यानी जीबीएस एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर की इम्यूनिटी गलती से अपने ही पेरिफेरेल नसों पर हमला कर देती है। इससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्न हो जाना और पैरालाइसिस हो सकता है। आमतौर पर शुरुआती इलाज से ही इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है और 2-3 हफ्ते के अंदर रिकवरी भी देखने को मिलती है। इस बीमारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विश्व स्तर पर इससे प्रभावित लोगों में से करीब 7.5% लोगों की मौत हो जाती है। गुइलेन बैरे सिंड्रोम एक रेयर बीमारी है, हर साल एक लाख लोगों में एक या दो लोगों में ये बीमारी देखने को मिलती है। आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति रहे फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की मौत भी इसी बीमारी के कारण हुई थी।