ब्रेकिंग न्यूज़

बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस

अंग्रेजी में MA है कॉपी चेक करने वाला चपरासी, 7000 में मैडम ने की थी 'डील'...3 महीने में 3 बार हटाए जा चुके हैं सस्पेंड हुए प्रिंसिपल

MP News: मध्य प्रदेश में कॉपी जांच रहे चपरासी का वीडियो सामने आने के बाद भूचाल आ गया था। जिसके बाद तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया और प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया। अब पता चला है कि कॉपी जांचने वाला चपरासी अंग्रेजी में MA है

MP News

10-Apr-2025 08:50 AM

By KHUSHBOO GUPTA

MP News: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के एक सरकारी कॉलेज में एक चपरासी छात्रों की आन्सर शीट चेक कर रहा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। जिसके बाद एक घोटाला सामने आया और तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया साथ ही प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को भी निलंबित कर दिया गया।


सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय विधायक ठाकुर दास नागवंशी ने इस मुद्दे को उठाया। उच्च शिक्षा विभाग ने एक जांच समिति गठित की, जिसने 3 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट पेश की। अगले ही दिन प्रिंसिपल राकेश कुमार वर्मा और मूल्यांकन के नोडल अधिकारी प्रोफेसर रामगुलाम पटेल को निलंबित कर दिया गया। वर्मा का आरोप है कि स्थानीय राजनेता उन्हें निशाना बना रहे हैं। उन्हें 3 महीने में तीन बार हटाया जा चुका है।


अब इस बात का पता चला है कि हिंदी की कॉपी जांचने वाले चपरासी ने अंग्रेजी में मास्टर डिग्री की है। वायरल हुए क्लिप में चपरासी को पूरी गंभीरता से उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करते, टिक मार्क लगाते और अंक लिखते हुए दिखाया गया। जिसके बाद जांच हुई। समिति ने परीक्षा मूल्यांकन के दृष्टिकोण में चौंकाने वाली लापरवाही पाई। अपनी रिपोर्ट में, पैनल ने कहा कि अतिथि व्याख्याता खुशबू पगारे, जो हिंदी पढ़ाती हैं, ने लिखित बयान में स्वीकार किया है कि उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किसी और से करवाया था क्योंकि वह बीमार थीं।


समिति के अनुसार, उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए कॉलेज के ही राकेश कुमार मेहर को 7,000 रुपये दिए। मेहर ने बदले में उत्तर पुस्तिकाओं को चपरासी पन्नालाल पठारिया को सौंप दिया और उसे 5,000 रुपये दिए, जिसमें से 2,000 रुपये उसने अपने पास रख लिए, ऐसा प्रिंसिपल और नोडल अधिकारी के निलंबन आदेश में कहा गया है। पगारे, मेहर और पठारिया को बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया।