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पिटाई से महादलित की मौत मामले में जमुई SP ने की कार्रवाई, SC-ST थानाध्यक्ष ब्यूटी कुमारी को किया लाइन हाजिर

जमुई में महादलित युवक की पिटाई से मौत हो गयी थी। महिला थानेदार ने केस दर्ज नहीं किया। लोगों के विरोध के बाद एक महीने बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी। इस मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर किया।

mahila thanedar per karwai

31-Dec-2024 08:21 PM

By Dhiraj Kumar Singh

JAMUI SP ACTION: जमुई में महादलित युवक की पिटाई मामले में केस नहीं दर्ज करने का आरोप एससी-एसटी थानाध्यक्ष ब्यूटी कुमारी पर लगा था। इस मामले में 30 दिन बाद तब प्राथमिकी दर्ज की गयी जब युवक की मौत हो गयी। महादलित युवक की मौत के बाद थानेदार के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद भी कई महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जमुई के एसपी चंद्रप्रकाश ने कार्रवाई की। एससी-एसटी थाने के थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया। बताया जाता है कि थानेदार ब्यूटी कुमारी के थाने में खुद का नियम कानून चलता था। पत्रकार हो या फिर फरियादी सभी को मोबाइल लेकर थानाध्यक्ष के चैंबर में आना सख्त मना था। 


जमुई एसपी चंद्रप्रकाश ने एससी-एसटी थाना अध्यक्ष ब्यूटी कुमारी को लाइन हाजिर किया है। अपर थाना अध्यक्ष राजकुमार दास को फिलहाल एससी-एसटी थाने के थानेदा का प्रभार दिया गया है। थानाध्यक्ष ब्यूटी कुमारी के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थी। महादलित युवक की पिटाई मामले में थानाध्यक्ष पर प्राथमिक दर्ज नहीं करने का आरोप लगा था। उनके द्वारा मारपीट होने के सूचना मिलने के 30 दिन के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। जब पीड़ित युवक की मौत हो गयी तब केस दर्ज किया गया। इस मामले में थानाध्यक्ष का काफी विरोध हुआ था। मामले की जांच कई महीने तक की गयी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी। इस मामले में कार्रवाई नहीं होने के कारण जमुई पुलिस पर सवाल उठ रहे थे। जांच करने वाले पदाधिकारी से लोगों की खास नाराजगी थी। 


दूसरी बड़ी शिकायत तब सामने आई जब शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के खिलाफ एक महिला ने आरोप लगाकर मामला दर्ज कराया था। उक्त मामले में एक अधिवक्ता ने दोनों के बीच सुलहनामा कराया था। थानाध्यक्ष ने अधिवक्ता को नोटिस भेज कर बुलाया। इतने में उनका मन जब नहीं भरा तो उनके शिक्षिका पत्नी के स्कूल में जाकर उन्हें भी जेल भेजने की धमकी दे दी थी। इस मामले में जिला विधिज्ञ संघ ने एसपी चंद्रप्रकाश को एक ज्ञापन सौंपा था। इस घटना के बाद से उन पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा था। जमुई एससी-एसटी थाने की थानेदार ब्यूटी कुमारी के नियम और कानून को लेकर काफी मशहूर थी। जिले का यह एकमात्र ऐसा थाना था जहां थाना परिसर में प्रवेश करने से पहले मोबाइल रख लिया जाता था। मोबाइल लेकर अंदर जाने की इजाजत किसी को भी नहीं थी। 


यह फरमान थाना अध्यक्ष ब्यूटी कुमारी ने जारी किया था। थाना के गेट में प्रवेश करते ही वहां तैनात चौकीदार या होमगार्ड के जवान किसी भी व्यक्ति का मोबाइल रख लिया करते थे। फिर चाहे वह फरियादी हो या कोई पत्रकार ही क्यों ना हो। पूरा सर्च करने के बाद मैडम के चैम्बर में प्रवेश करने की इजाजत दी जाती थी। आखिर ब्यूटी कुमारी को मोबाइल से किस बात का भय था। अगर उनके द्वारा कोई गड़बड़ी नहीं की जा रही थी तब वह मोबाइल से इतना क्यों डरती थी। इसे लेकर एससी एसटी थाना अध्यक्ष ब्यूटी कुमारी लगातार चर्चा में बनी रहती थी। इससे पहले वह मुंगेर जिला में प्रस्थापित थी। लापरवाही और गैर जिम्मेदारी को लेकर मुंगेर में भी कार्रवाई हुई थी। ब्यूटी कुमारी पर विभागीय कार्रवाई चल रही थी। बावजूद इसके जमुई में उन्हें थाना अध्यक्ष बना दिया गया। वही इस मामले पर एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि मुंगेर में उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही थी। उसी के आलोक में उन्हें आज थानाध्यक्ष के पद से हटाया गया है। उन्हें लाइन हाजिर किया गया है।