बिहार के इस जिले में भूमि पैमाइश को लेकर विवाद, बिना जमीन नापी के लौटे राजस्व विभाग के अधिकारी बेतिया ATM लूट मामले में DIG ने लिया एक्शन, पुलिसकर्मियों के वेतन पर लगाई रोक, प्रभारी एसपी से मांगा जवाब वंशावली को लेकर बिहार सरकार ने जारी किया नया आदेश, जानिये अब क्या करना होगा? गोल उत्सव 4.0 में जुटे हजारों डॉक्टर, एलुमनाई मीट में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मधुबनी बस स्टैंड में लगी भीषण आग, तीन दर्जन दुकानें जलकर राख, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान बिहार में अपराधियों की अब खैर नहीं: सम्राट चौधरी ने 3 महीने का दिया अल्टीमेटम, कहा..बदमाशों को बिहार से भगाकर ही दम लूंगा एक लाख डॉलर जीतने वाले मोतिहारी के आदर्श ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात, बिहार की शिक्षा और कौशल विकास पर हुई चर्चा सुपौल में समलैंगिक विवाह, दो युवतियों ने आपसी सहमति से गैस चूल्हे को साक्षी मानकर लिये सात फेरे उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को बताया पार्ट-टाइम पॉलिटिशियन, कहा..उनको ना कभी बिहार की चिंता थी, और ना ही अब है पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब पूर्णिया में भूमि सुधार जन कल्याण संवाद का होगा आयोजन, इस दिन विजय सिन्हा सुनेंगे आमलोगों की शिकायतें
08-Feb-2025 03:49 PM
By First Bihar
GOPALGANJ: बिहार के गोपालगंज में पुलिस व अपराधियों के बीच हुए मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी मनीष यादव मारा गया। मनीष यादव एनकाउंटर मामले में सारण रेंज के डीआईजी नीलेश कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। डीआईजी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि सिवान और गोपालगंज के कुख्यात अपराधी पर हत्या व लूट के दस संगीन मामले दर्ज थे। उसके आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने उसके ऊपर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गयी थी।
डीआईजी निलेश कुमार ने बताया कि कुख्यात मनीष यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था और दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेशी के बाद गोपालगंज लाया जा रहा था, इसी दौरान तड़के करीब 3 बजे गोपालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द गांव के समीप दो बाइक सवार 5 अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस की गाड़ी पेड़ से टकरा गयी व कुख्यात मनीष यादव सिपाही रौशन कुमार का पिस्टल लेकर उस पर फायरिंग कर दी।
इसी दौरान जवाबी कार्रवाई में मनीष यादव मारा गया जबकि सिपाही रौशन कुमार के कंधे में गोली लगी है। वही पुलिस वाहन के पेड़ से टकराने की वजह से अन्य पुलिसकर्मियों को भी चोटे आयी है। डीआईजी ने बताया कि मनीष यादव ने यूपी व बिहार में अपना नेटवर्क फैला रखा था और उसके गिरोह में करीब 35 गुर्गे शामिल थे। ये हत्या के साथ-साथ ज्वेलरी दुकानों में लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे।
डीआईजी ने बताया कि पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है, क्या ये अपराधी मनीष यादव को मारने या छुड़ाने के लिए आये थे इसकी भी जांच की जा रही है। वही मुठभेड़ के दौरान अन्य अपराधियों को भी गोली लगने की आशंका है, क्योंकि की घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक पिस्टल मिला है और आसपास खून के निशान पाए गए हैं।
डीआईजी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान करीब 20 से 25 राउंड फायरिंग हुई है। अभी खाली खोखा की तलाश की जा रही है, एसटीएफ की संख्या कम होने के कारण इधर से सात राउंड फायरिंग की गयी है। मुठभेड़ के दौरान घायल एसटीएफ जवान रौशन कुमार को सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है। डीआईजी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गयी, जिसमें एसटीएफ के चालक को काफी चोट पहुंची है जबकि टीम लीडर इंस्पेक्टर मुस्ताक को कंधे में काफी चोट आई है।
नमो नारायण मिश्र की रिपोर्ट