शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन BPSC PT Exam: 71वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कटिहार जिला प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियों की हुई समीक्षा
10-Feb-2025 08:52 PM
By First Bihar
Bihar Crime News: भोजपुर के आरा में करीब 8 साल पहले एक शख्स की चाकू मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कोर्ट ने आरा की कोर्ट ने पिता-पुत्र समेत 7 दोषिय़ों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही अदालत ने अर्थदंड भी लगाया है।
दरअसल, हत्या और हत्या के प्रयास के मामले की सुनवाई सोमवार को भोजपुर के तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सत्येन्द्र सिंह की कोर्च ने दोषी पाए गए सात आरोपितों के खिलाफ सजा का एलान किया। कोर्ट ने पिता-पुत्र और भाई समेत सात दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
जानकारी के मुताबिक, आरा नगर थाना क्षेत्र के गंगीपुर के पास आरोपियों की मिठाई की दुकान है। 12 मार्च 2017 की दोपहर बृज किशोर केसरी के बेटा समेत 8 लोग आए और सुभम कुमार व सुमन कुमार के साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान जब अशोक कुमार चौरसिया दोनों को बचाने लगा तो उसे भी चाकू मारकर घायल कर दिया।
आनन फानन में अशोक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गौसगंज निवासी सूचक रामनाथ चौरसिया ने छोटे भाई की हत्या और बेटे पर जान मारने की नीयत से हमला करने को लेकर थाने में मामला दर्ज कराया। अभियोजन की तरफ से सात गवाहों की गवाही कोर्ट में हुई।
कोर्ट में सुनवाई के बीच आरोपी बृजकिशोर केसरी की मौत हो गई। इस मामले में कोर्च ने अजय केसरी, भुअर केसरी उर्फ अरुण केसरी, अनिल केसरी, गुड्डू केसरी और पप्पू केसरी, इनके पिता बृजकिशोर केसरी, बिट्टू केसरी और रितिक केसरी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इसके साथ ही कोर्ट ने सभी के ऊपर 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।