सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?
08-Apr-2025 09:43 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Trump Tariff: अमेरिका में दूसरे देशों से आने वाले सामानों पर बढ़ाए गए टैक्स यानी ट्रंप के टैरिफ की वजह से बिहार के किसान टेशन में आ गये हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार का असर बिहार पर भी दिखेगा। किसान और व्यापारी दोनों अमेरिकी फैसले से डरे हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि मखाना, लीची, आम और हल्दी जैसे मसालों के निर्यात पर नए टैरिफ का असर होगा।
दरअसल बिहार से बड़े पैमाने पर मखाना, हल्दी, लीची, आम जैसे उत्पादों का अमेरिका में निर्यात होता है। ट्रंफ के टैरिफ से इन चीजों की कीमतों में वहां इजाफा होगा। जिससे निश्चित रूप से इसका असर अमेरिका में इनके बाजार पर पड़ेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत से हर साल लगभग 600 टन मखाना अमेरिका निर्यात होता है। टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद मखाना की कीमतों में उछाल आएगा। दाम बढ़ने के कारण वहां के बादाम और अखरोट से प्रतिस्पर्धा में यह पीछे रह सकता है और लोकप्रिय रहने के बावजूद अमेरिकी बाजार में मखाना अपनी पकड़ को खो सकता है।
आपको बता दें कि बिहार से बड़े पैमाने पर जर्दालु और मालदा आम और मुजफ्फरपुर की लीची का अमेरिका में निर्यात होता है। किसानों और व्यापारियों को डर है कि मांग घटने पर निर्यात भी घट जाएगा। जिससे भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को लागत में कटौती या वैकल्पिक बाजार की तलाश करनी पड़ सकती है।