जिम में पसीना बहाते तेज प्रताप का वीडियो वायरल, TY Vlog से बढ़ी लोकप्रियता SBI का ATM काटकर 16 लाख की लूट, गार्ड नहीं रहने के कारण बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम पटना में 25 जगहों पर बनेंगे वेंडिंग जोन, GIS मैपिंग और कचरा प्रबंधन को मिलेगी रफ़्तार: मंत्री नितिन नवीन देवघर के युवक की जमुई में गोली मारकर हत्या, दोस्तों के साथ पूजा में शामिल होने आया था विनोद सहरसा में जेई लूटकांड का खुलासा: हथियार और लूटे गये सामान के साथ अपराधी गिरफ्तार दरभंगा में बीजेपी नेता के घर 10 लाख की चोरी, बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना जमुई में पत्थर से कुचलकर 10 साल के बच्चे की हत्या, पड़ोसी ने दिया घटना को दिया अंजाम, पुलिस ने दबोचा ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप मुकेश अंबानी के समधी अजय पीरामल ने पटना साहिब में मत्था टेका, पहली बार किया पावन दरबार का दर्शन
26-Sep-2025 03:05 PM
By First Bihar
SVU RAID : पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां भ्रष्टाचार के मामले में बहादुरपुर थाना में तैनात प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक (एएसआई) अजय कुमार को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी एएसआई ने शिकायतकर्ता से एक मामले में उसका पक्ष सही करने और कार्रवाई से बचाने के लिए ₹7000 की अवैध मांग की थी। शिकायतकर्ता इस पूरे मामले से परेशान होकर विशेष निगरानी इकाई (SVU) पटना से संपर्क किया और लिखित शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलने के बाद विशेष निगरानी इकाई की टीम ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए सत्यापन कराया। सत्यापन में आरोप सही पाए जाने के बाद जाल बिछाया गया। योजना के तहत शिकायतकर्ता को रिश्वत की रकम एएसआई को सौंपनी थी। जैसे ही अजय कुमार ने रिश्वत की राशि स्वीकार की, विशेष निगरानी इकाई की टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के साथ ही आरोपी के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई ने कांड संख्या 21/2025 दर्ज किया है। यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत दर्ज किया गया है। इस धारा के तहत कोई भी लोक सेवक यदि किसी कार्य के बदले अवैध रूप से धन या किसी प्रकार का लाभ स्वीकार करता है या मांगता है, तो उसे भ्रष्टाचार का दोषी माना जाता है। इस अपराध में कठोर सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है।
इस घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। आम तौर पर लोगों की सुरक्षा और न्याय की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिस अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप और रंगे हाथ पकड़ा जाना विभाग की छवि पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वहीं, विशेष निगरानी इकाई का कहना है कि किसी भी भ्रष्ट अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
शिकायतकर्ता विक्रम ज्योति ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि उन्हें न्याय मिला है और अब उम्मीद है कि कानून सख्ती से ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। फिलहाल आरोपी अजय कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।