ब्रेकिंग न्यूज़

बिहटा में जाम से त्राहिमाम: फजीहत के बाद पथ निर्माण मंत्री ने आनन-फानन में बुलाई अधिकारियों की बैठक कोलकाता के ट्रक ड्राइवर को जमुई की लड़की से हो गया प्यार, आधी रात मिलने पहुंचा तो लोगों ने कर दी पिटाई free smart phone distribution: 25 लाख स्मार्टफोन फ्री में बांटेगी सरकार, इसके लिए करना होगा यह काम Bihar Weather Update: बिहार के इन जिलों में कल कैसा रहेगा मौसम..? पछुआ हवा से बढ़ेगी कनकनी...रात में गिरेगा तापमान bihar crime news: सारण में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, अपराधी की निशानदेही पर पुलिस ने की कार्रवाई लड़की का पीछा कर रहा था मौलवी, विरोध किया तो धारदार कुल्हाड़ी से कर दिया हमला Corrupt Officer Suspended : शिक्षा विभाग से सीख ले परिवहन विभाग, छापा खत्म नहीं हुआ और करप्शन के आरोपी डीईओ को किया सस्पेंड, परिवहन विभाग ने DA केस के आरोपियों को आज तक नहीं किया निलंबित Bihar News: 7 जिंदा बम मिलने से वैशाली में दहशत, पुलिस ने तेज की जांच-पड़ताल खतरनाक स्टंट करते युवक-युवती का वीडियो वायरल, हाथ में पिस्टल लेकर लड़की ने बनाया वीडियो BIHAR NEWS : सरकारी जमीन को करोड़ों में बेच रहे भू-माफिया, 1967 के बाद अब तक RCD के नाम नहीं हुआ म्यूटेशन

Attack On Anant Singh: छह लाख में खरीदी AK-47 से मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर सोनू-मोनू गैंग ने किया हमला, जानें क्या है दुश्मनी की वजह

Attack On Anant Singh: अनंत सिंह को मारने के लिए सोनू-मोनू गिरोह ने 50 लाख रुपये की सुपारी ली थी। साल 2017 में कुख्यात मोनू सिंह ने अनंत सिंह की हत्या

Attack On Anant Singh:

23-Jan-2025 09:41 AM

Attack On Anant Singh:  मोकामा में पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच वर्चस्व की लड़ाई यह कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले साल 2017 में कुख्यात मोनू सिंह ने अनंत सिंह की हत्या के लिए मुंगेर से 6 लाख रुपये में एके-47 खरीदी थी। सोनपुर में हत्या की प्लानिंग भी बनायी गयी। केवल अनंत सिंह ही नहीं बल्कि उनके करीबी मुखिया प्रत्याशी मणि सिंह को भी मारने की प्लानिंग थी। लेकिन उस वक्त साजिश सफल नहीं हो सकी।


वहीं, इसके बाद 2018 में फिर से रेकी कर हत्या की साजिश रची गयी, लेकिन पुलिस ने हमला होने से पहले मोनू और उसके साथी निलेश को गिरफ्तारी कर लिया। अनंत सिंह को मारने के लिए सोनू-मोनू गिरोह ने 50 लाख रुपये की सुपारी ली थी। जानकारी के अनुसार, यह गैंगवार वर्चस्व को लेकर हुआ है। पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच शुरुआती दौर से ही रिश्ते तनाव भरे रहे हैं, लेकिन अनंत सिंह के जेल से रिहा होने के बाद दोनों के बीच कुछ समय के लिए रिश्तों में सुधार भी हुआ था। 


सोनू कुमार और मोनू कुमार भाई हैं और दोनों मिलकर गैंग चलाते हैं। दोनों के खिलाफ लूट, रंगदारी और हत्या समेत कई संगीन अपराधों के दर्जनों मामले दर्ज हैं। इस गिरोह के तार बिहार-यूपी के साथ-साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से भी जुड़े हैं. सोनू-मोनू गिरोह का संबंध यूपी के मऊ से विधायक रहे मुख्तार अंसारी से भी रहा है। यह बात खुद मोनू ने 2018 में गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस को बतायी थ। 


दरअसल, सोनू-मोनू इलाके के कुख्यात अपराधी हैं। इन पर मर्डर, अपहरण और फिरौती समेत 12 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। मोकामा में अनंत सिंह के साथ इसकी पुरानी अदावत रही है। साल 2009 में ट्रेन में लूटपाट के बाद सोनू-मोनू का गांव में ही दरबार लगने लगा। दोनों के खिलाफ मोकामा जीआरपी में कई मामले दर्ज हैं। मोनू बेऊर जेल में भी कई महीनों तक सजा काट चुका है। 


मालूम हो कि, दरअसल अनंत सिंह के जेल से निकलने के बाद मोनू सिंह उनसे मिलने पहुंचा था। उस दौरान अच्छी बातचीत हुई। ग्रामीणों को लगा कि रिश्ते में सुधार होने लगा, लेकिन इसके बाद फिर से वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गयी। मालूम हो कि साल 2022 उनके आवास से प्रतिबंधित एके-47 रायफल, हैंड ग्रेनेड और 27 गोलियां मिलने का है। ये चीजें अनंत सिंह के पैतृक गांव घर से मिली थीं। इससे पहले अनंत सिंह के सरकारी आवास पर इंसास रायफल की मैगजिन और विदेशी बुलेट प्रूफ जैकेट मिलने का मामला सामने आ चुका है। 


गौरतलब हो कि हत्या के आरोप में पहली बार नौ साल की उम्र में गिरफ्तार हुए। इसके बाद गांव में हुए आपसी विवाद में 15 साल की उम्र में उन्हें दूसरी बार जेल जाना पड़ा था। अपहरण, हत्या, आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम, यूएपीए समेत विभिन्न आरोपों में उनके विरुद्ध अब तक 39 मुकदमे दर्ज हैं। कम उम्र में मोकामा टाल क्षेत्र में कब्जा जमाने को लेकर हथियार उठाने और चार भाइयों में सबसे छोटे होने की वजह से लोग उन्हें छोटे सरकार बुलाने लगे।