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26-Nov-2025 02:53 PM
By First Bihar
Hajipur Chhapra Route : सोनपुर मेला देश ही नहीं, बल्कि एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु, पर्यटक और स्थानीय लोग इस मेले में आते हैं। बढ़ती भीड़ और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोनपुर अनुमंडल प्रशासन ने इस बार विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया है। यह व्यवस्था शनिवार और रविवार को सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक प्रभावी रहेगी, जिससे मेले में आने-जाने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम हों।
रूट डायवर्जन और वाहनों पर सख्त प्रतिबंध
सोनपुर अनुमंडल पदाधिकारी ने भीड़ नियंत्रण और सुचारू आवागमन को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सबसे अहम निर्णय है हाजीपुर और छपरा दोनों ओर से शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध। प्रशासन का कहना है कि भारी वाहनों की आवाजाही से मेले के दौरान जाम की स्थिति बनती है तथा सड़क दुर्घटनाओं का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह कदम सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी है।
संबंधित विभागों को विशेष समन्वय के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें अनुमंडल पदाधिकारी हाजीपुर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सोनपुर और हाजीपुर शामिल हैं। इन सभी इकाइयों को संयुक्त रूप से व्यवस्था की मॉनिटरिंग और पालन सुनिश्चित करना होगा, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न उत्पन्न हो।
वाहनों के लिए नए मार्ग निर्धारण
मेला अवधि के दौरान सोनपुर-हाजीपुर मार्ग पर होने वाले दबाव को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने स्पष्ट रूट प्लान तैयार किया है। छपरा से हाजीपुर जाने वाले वाहन अब नए गंडक पुल से होकर हाजीपुर की ओर जाएंगे। हाजीपुर से छपरा जाने वाले वाहन को रामाश्रय चौक – भगवती स्थान होते हुए सोनपुर-छपरा मुख्य मार्ग का उपयोग करना होगा। इन मार्गों पर पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी, ताकि यातायात सुचारू रहे और किसी भी आकस्मिक स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके।
छोटे वाहनों के लिए राहत
छोटे वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से जारी रहेगी। इन्हें नए गंडक पुल (NH–19) से गुजरने की अनुमति होगी। इस व्यवस्था से स्थानीय लोगों और मेले में आने वाले छोटे वाहनों को सुविधा मिलेगी।
पुराने गंडक पुल पर होगा बड़ा बदलाव
मेले की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पुराने गंडक पुल पर सख्त आदेश जारी किए हैं। शनिवार और रविवार को इस पुल पर किसी भी प्रकार के वाहन का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। केवल पैदल यात्री ही पुराने गंडक पुल का उपयोग कर सकेंगे। यह निर्णय मेले के प्रवेश द्वार के पास भीड़ को नियंत्रित करने, पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और संभावित दुर्घटनाओं से बचाव के लिए लिया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं
भीड़ प्रबंधन के साथ–साथ प्रशासन ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहां से लोग अपने प्रश्नों और आपात स्थितियों में सहायता प्राप्त कर सकेंगे। प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी स्वास्थ्य–सम्बंधी समस्या में तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जा सके। ट्रैफिक गाइडेंस टीमें विभिन्न स्थानों पर तैनात रहेंगी, जो श्रद्धालुओं को सही मार्ग बताने और भीड़ नियंत्रण में सहायता करेंगी।
व्यवस्था लागू करने का उद्देश्य
सोनपुर मेला बिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का प्रतीक है। प्रशासन का यह प्रयास है कि लोगों को मेले में बिना किसी बाधा और असुविधा के आनंद लेने का अवसर मिले। ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत बनाकर दुर्घटनाओं की रोकथाम, भीड़ से होने वाली अव्यवस्था पर नियंत्रण और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
विशेष ट्रैफिक प्लान से जहां श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, वहीं स्थानीय निवासियों और दैनिक यात्रियों को भी सुरक्षित और व्यवस्थित मार्ग उपलब्ध होगा। प्रशासन का विश्वास है कि इस विशेष यातायात योजना के तहत मेला अवधि में किसी भी प्रकार की दिक्कत या जाम की स्थिति नहीं उत्पन्न होगी।