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25-Nov-2025 01:04 PM
By First Bihar
Bihar Law and Order : बिहार की राजनीति में सोमवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ। 20 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद राज्य का गृह विभाग भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास आया है, और प्रदेश के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने पदभार संभालते ही राजनीतिक हलकों में उठ रहे सबसे बड़े सवाल का बेबाकी से जवाब दे दिया है—क्या बिहार में योगी मॉडल लागू होगा?
सरदार पटेल भवन में विभाग का कार्यभार ग्रहण करने के बाद सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया कि बिहार में प्रशासन और कानून-व्यवस्था का संचालन किसी बाहरी मॉडल नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्थापित सुशासन के आधार पर ही चलेगा। उन्होंने कहा,“बिहार में सुशासन कायम रहेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस तरह सुशासन है, वही आगे भी जारी रहेगा।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक लगातार इस बात का अनुमान लगा रहे थे कि BJP के हाथ में गृह विभाग आने के बाद बिहार में ‘योगी मॉडल’ की छाप दिखाई दे सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह सख्त फैसले, बुलडोजर नीति और अपराध पर कड़े कदम उठाने जैसी अपेक्षाएँ चर्चा में थीं। लेकिन सम्राट चौधरी ने साफ कर दिया कि बिहार का शासन स्थानीय जरूरतों और मौजूदा सुशासन मॉडल के अनुरूप ही चलेगा।
मुंगेर में सम्राट का ‘योगी अंदाज़’, 45 किलोमीटर का रोड शो बना चर्चा का विषय
पदभार ग्रहण करने से ठीक एक दिन पहले, सम्राट चौधरी सोमवार को मुंगेर में पूरी तरह ‘योगी अंदाज’ में नजर आए। उनके 45 किलोमीटर लंबे भव्य रोड शो ने सियासी हलचल बढ़ा दी थी। रोड शो की शुरुआत से पहले सम्राट चौधरी ने रत्नेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने तेलडीहा स्थित महारानी मंदिर में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की।
धार्मिक आस्था दिखाने और जनता का समर्थन जुटाने का यह अंदाज कई लोगों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शैली की याद दिला गया। यही कारण है कि राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठने लगा कि क्या बिहार में भी उसी प्रकार की कार्यशैली देखने को मिलेगी।
रोड शो में बुलडोजर से हुई फूलों की बारिश, जय श्रीराम के नारे गूंजे
सम्राट चौधरी का रोड शो सोमवार का सबसे बड़ा आकर्षण बन गया। जिस मार्ग से उनका काफिला गुजरा, वहाँ जगह-जगह बुलडोजर खड़े थे, जिनसे उन पर फूलों की वर्षा की जा रही थी। यह दृश्य यूपी में योगी सरकार की कार्यशैली के प्रतीक बन चुके बुलडोजर की याद दिलाता रहा।
सड़कों पर जय श्रीराम, भारत माता की जय और सम्राट चौधरी जिंदाबाद जैसे नारे लगातार गूंजते रहे। भगवा झंडों और उत्साह से भरी भीड़ ने माहौल को पूरी तरह चुनावी रंग में बदल दिया। महिलाएँ, युवा और स्थानीय नागरिकों ने बड़ी संख्या में सम्राट का स्वागत किया।
सुशासन से ही भाषा, सख्ती नहीं—सम्राट का संकेत
गृह विभाग संभालने के बाद सम्राट चौधरी का बयान इस पूरे घटनाक्रम को एक अलग ही दिशा देता है। उन्होंने ‘योगी मॉडल’ पर सीधे टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि बिहार में शासन का आधार वही होगा जो अब तक रहा है—कानून का राज, शांति और विकास। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिहार की कानून-व्यवस्था में आने वाले महीनों में क्या बड़े बदलाव दिखते हैं। बिहार लंबे समय से कानून-व्यवस्था को लेकर राजनीतिक बहस का केंद्र रहा है।
सम्राट चौधरी के ‘सुशासन’ वाले बयान से भले यह साफ हो गया हो कि कोई नया मॉडल लागू नहीं किया जाएगा, लेकिन यह निश्चित है कि भाजपा की नई जिम्मेदारी और सम्राट की सक्रियता से बिहार की राजनीति और प्रशासन में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है।