लोक आस्था का महापर्व छठ का तीसरा दिन, समाजसेवी अजय सिंह ने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य बगहा में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: धनहा और भितहा में अवैध हथियार बरामद, चार आरोपी गिरफ्तार लोक आस्था का महापर्व छठ: युवा चेतना के सुप्रीमो ने व्रतियों के बीच बांटी साड़ी और सूप, कहा-छठ सामाजिक न्याय का प्रतीक BIHAR NEWS: मोकामा में गंगा नदी फिर बनी मौत का कुंड : छठ पूजा का जल लेने गया किशोर डूबा, पिछले तीन साल में सौ से अधिक लोग गंवा चुके जान Election Commission : चुनाव आयोग आज SIR को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। देशभर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा, अगले हफ्ते से प्रक्रिया शुरू होगी। Bihar News : गैस सिलेंडर लीक से लगी आग, छठ पूजा की तैयारी कर रही दो महिलाएं समेत तीन लोग झुलसे Bihar Election 2025 : तेजस्वी और राहुल से आगे निकले CM नीतीश कुमार, बढ़ सकती है महागठबंधन की टेंशन; आधी आबादी को लेकर तैयार हुआ ख़ास प्लान Bihar politics scandal : राजद नेता का बार डांसर संग अश्लील वीडियो वायरल, बोले– "सलमान खान भी डांस करते हैं, हमने कौन सा ग़लत किया" Bihar Politics : राहुल गांधी की बिहार से दूरी पर कांग्रेस में असमंजस, जानिए कांग्रेस बना रही कोई नई रणनीति या फिर सच में है नाराजगी का संकेत? Bihar Election 2025 : "मैं भी राजनीति छोड़ दूंगा...” बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह का बड़ा बयान,कहा - नहीं हुआ यह काम तो ....
01-Sep-2025 02:03 PM
By First Bihar
Patna News: पटना में दुर्गा पूजा की तैयारियां ज़ोरों पर चल रही हैं। शहर के कई हिस्सों में कारीगर मां दुर्गा की सुंदर प्रतिमाएं तैयार कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस बार मूर्तियों को पर्यावरण के अनुकूल ढंग से बनाया जा रहा है। इसके लिए गंगा नदी की शुद्ध मिट्टी और प्राकृतिक (नेचुरल) रंगों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे नदियों या पर्यावरण को कोई नुकसान न हो।
मूर्तियों को सजाने-संवारने के लिए उपयोग होने वाला शृंगार का सामान पश्चिम बंगाल से मंगवाया जा रहा है। बंगाल की कला और संस्कृति का असर पटना की दुर्गा पूजा पर भी साफ़ दिखाई देता है। यहां के कारीगर पारंपरिक तरीकों को अपनाते हुए मूर्तियों में बारीकी से काम कर रहे हैं।
हालांकि, इस काम में उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है। कच्चे माल की कीमतें बढ़ गई हैं और मौसम भी कभी बारिश तो कभी धूप के कारण मूर्ति निर्माण में रुकावटें पैदा कर रहा है। इसके बावजूद कारीगर पूरी लगन और निष्ठा से अपनी कला को जीवित रखने में लगे हुए हैं।
दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि कला, संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। पटना के कारीगर इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए न केवल अपनी मेहनत, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी दिखा रहे हैं। इस साल की दुर्गा प्रतिमाएं न केवल खूबसूरत होंगी, बल्कि प्रकृति के लिए भी सुरक्षित होंगी।