ब्रेकिंग न्यूज़

निशांत ने पैर छूकर पापा से लिया आशीर्वाद, कहा..पिताजी पूरी तरह फिट हैं, जनता से किये सभी वादे पूरा करेंगे Bihar News: बिहार के युवाओं के पास विदेश में नौकरी करने का मौका, इस दिन तक कर सकते हैं आवेदन 10वीं बार CM बनने पर नीतीश कुमार को तेज प्रताप यादव ने दी बधाई, बेरोजगारी और पलायन पर क्या बोले जानिये? घरेलू विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की चाकू मारकर की हत्या, इलाके में सनसनी Patna Crime News: पटना में भतीजे ने दिव्यांग चाचा को उतारा मौत के घाट, स्थानीय लोगों ने आरोपी को दबोच किया पुलिस के हवाले सहरसा के युवक की संदिग्ध मौत: मधेपुरा में मिला शव, परिजनों ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप Bihar News: बिहार के इस जिले में निशुल्क स्मार्ट डिजिटल लाइब्रेरी शुरू, स्थानीय छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत बेगूसराय में पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई, मुठभेड़ में एक अपराधी घायल, 4 गिरफ्तार Bihar News: बिहार के इस जिले में विदेशी शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस के दिमाग के आगे फेल हुआ तस्कर का जुगाड़ घुटने टेककर मायावती से मिले बिहार के इकलौते BSP विधायक सतीश सिंह, मुस्कुराती रहीं बसपा सुप्रीमो

Bihar News: बिहार में यहाँ बना था पहला स्टेशन, आज इस जंक्शन से रोजाना लाख से ऊपर यात्री करते हैं सफर

Bihar News: बिहार में पहली ट्रेन 1862 में इस जगह पहुंची थी, यह जंक्शन बना था राज्य का पहला रेलवे स्टेशन। ईस्ट इंडियन रेलवे ने शुरू किया था नेटवर्क, व्यापार-शिक्षा को मिला बल..

Bihar News

18-Sep-2025 08:40 AM

By First Bihar

Bihar News: भारत में रेलवे का इतिहास 1853 में मुंबई से ठाणे के बीच पहली ट्रेन के साथ शुरू हुआ था लेकिन बिहार जैसे बड़े और ऐतिहासिक राज्य तक रेल पहुंचने में 9 साल लग गए। बिहार में पहली ट्रेन 1862 में पहुंची, जब ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी ने पटना तक रेल लाइन बिछाई थी। यह वह पल था जब बिहार पहली बार रेल नेटवर्क से जुड़ा और लोगों ने इसे उत्सव की तरह देखा। उस समय ट्रेन देखना एक अनोखी और आश्चर्यजनक बात थी।


बिहार का पहला रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन था, जिसे 1862 में बनाया गया। गंगा नदी के किनारे बसे पटना का व्यापारिक और प्रशासनिक महत्व पहले से था और रेल लाइन ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर जोड़कर और मजबूत कर दिया। उसी समय आरा और दानापुर स्टेशन भी विकसित किए गए, लेकिन पटना जंक्शन बिहार का रेलवे हब बन गया। बाद में गया, बख्तियारपुर, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों तक भी रेल पहुंची, जिसने पूरे राज्य को एक मजबूत नेटवर्क से जोड़ा।


रेलवे ने बिहार में व्यापार, कृषि, शिक्षा और रोजगार को नई दिशा दी। गंगा की उपजाऊ भूमि से निकले धान, गन्ना, तंबाकू जैसी फसलों को अब आसानी से कोलकाता, दिल्ली और अन्य शहरों में भेजे जाने लगे, जिससे किसानों और व्यापारियों को लाभ हुआ। शिक्षा के लिए बड़े शहरों की यात्रा और रोजगार की तलाश आसान हो गई। स्वतंत्रता संग्राम में भी रेलवे ने नेताओं और विचारकों को तेजी से एक-दूसरे से जोड़कर आंदोलनों को बल दिया। पटना जंक्शन आज बिहार का सबसे व्यस्त स्टेशन है।