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26-Dec-2025 09:02 AM
By First Bihar
Bihar Government suggestions : बिहार सरकार ने वर्ष 2025 से 2030 तक राज्य को सर्वाधिक विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए लागू किए गए सात निश्चय तीन के कार्यक्रम के तहत अब एक नया कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से नागरिकों से उनके दैनिक जीवन में आने वाली कठिनाइयों के समाधान तथा सरकारी सेवाओं में सुधार के लिए सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं।
यह पहल सात निश्चय तीन के निश्चय 7 ‘सबका सम्मान, जीवन आसान’ के अंतर्गत की जा रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को उसके जीवन में होने वाली समस्याओं का त्वरित और सरल समाधान मिले। इसके तहत सरकार नागरिकों से यह जानना चाहती है कि किन-किन क्षेत्रों में सरकारी सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है तथा किस प्रकार से आम नागरिकों का जीवन और अधिक सहज और सुविधाजनक बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने बताया कि सुझावों के माध्यम से नागरिक अपनी जरूरतों और अनुभवों को सीधे सरकार तक पहुंचा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर ऐसे सुझाव दिए जा सकते हैं जो विभिन्न सरकारी सेवाओं को और अधिक सुगम बनाएं, जैसे कि प्रमाण पत्रों की होम डिलीवरी, वृद्ध लोगों के लिए घर पर नर्सिंग सुविधा, अस्पतालों में सुगम चिकित्सा सुविधा, या पैदल यात्रियों की सुरक्षित और आसान आवाजाही सुनिश्चित करना।
हालांकि यह सिर्फ उदाहरण हैं, नागरिक अपनी गांव या मोहल्ले की किसी सामूहिक समस्या, जैसे सड़क, पानी, सफाई, बिजली, या स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए भी सुझाव दे सकते हैं। सरकार ने कहा है कि किसी भी प्रकार का सुझाव जो नागरिकों के जीवन को आसान बनाने में सहायक हो, उसे महत्व दिया जाएगा।
सुझाव भेजने की प्रक्रिया सरल बनाई गई है। आप अपने सुझाव पत्र के माध्यम से भेज सकते हैं या QR कोड के माध्यम से ऑनलाइन अपनी राय साझा कर सकते हैं। सुझाव भेजने की अंतिम तिथि 4 जनवरी 2026 रखी गई है। सभी सुझावों की समीक्षा सरकार द्वारा की जाएगी और उसके आधार पर नागरिकों के जीवन को आसान बनाने के लिए चरणबद्ध कार्य योजना तैयार की जाएगी।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक सुझाव का संकलन करके इसे सरकारी कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिहार के नागरिकों को उनके रोजमर्रा के जीवन में सरकारी सेवाओं का लाभ सरल और शीघ्र रूप से मिल सके।
सरकार ने यह भी कहा है कि सुझावों में रचनात्मक और व्यवहारिक विचारों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे राज्य के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सुविधाओं में सुधार होगा। साथ ही, यह पहल नागरिकों और सरकार के बीच प्रत्यक्ष संवाद को भी मजबूत बनाएगी।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सुझाव भेजते समय स्पष्ट और संक्षिप्त रूप से अपनी बात रखें। इसके अलावा, सुझाव भेजते समय समस्या का विवरण और संभावित समाधान भी प्रस्तुत किया जा सकता है। यह न केवल सरकार को दिशा देगा, बल्कि सुझाव देने वाले नागरिकों के अनुभवों को भी सीधे सरकारी योजनाओं में शामिल किया जा सकेगा।
इस पहल के माध्यम से बिहार सरकार यह संदेश देना चाहती है कि नागरिकों की भागीदारी और सुझाव राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। यह कदम बिहार को न केवल विकास के पथ पर आगे बढ़ाएगा बल्कि राज्य के नागरिकों के जीवन को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में भी सहायक होगा।
अतः सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे अपने बहुमूल्य सुझाव 4 जनवरी 2026 तक मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री सचिवालय, पटना को भेजें। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक सुझाव को गंभीरता से लिया जाएगा और इसे लागू करने की योजना तैयार की जाएगी।
इस प्रकार बिहार सरकार नागरिकों को अधिक सक्षम, सुरक्षित और आरामदायक जीवन देने के उद्देश्य से सुझाव आमंत्रण अभियान चला रही है। यह नागरिकों और सरकार के बीच सकारात्मक सहयोग और सहभागिता का एक नया आयाम स्थापित करेगा।