ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Patna Crime News: पटना में PMCH के ट्रॉली ठेकेदार की चाकू मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी.. Janmashtami 2025: 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्मी, जानिए.... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान

Bihar News: भ्रष्ट अफसरों - कर्मियों को पकड़वाने के लिए रिश्वत के पैसे सरकार देगी, अब बड़े घूसखोरों को करें बेनकाब....

Bihar News: भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों - कर्मियों को ट्रैप करने के लिए सरकार नई व्यवस्था कर करने जा रही है। सरकारी सेवकों को दबोचने के लिए सरकार पैसा देगी। सरकारी कर्मी या

Bihar News:

22-Jan-2025 09:26 AM

By First Bihar

Bihar News: भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों - कर्मियों को ट्रैप करने के लिए सरकार नई व्यवस्था कर करने जा रही है। सरकारी सेवकों को दबोचने के लिए सरकार पैसा देगी। सरकारी कर्मी या अधिकारी के द्वारा मांगी मांगी जाने वाले घूस की राशि को अब निगरानी ब्यूरो उपलब्ध कराएगी । यह व्यवस्था पहली बार लागू की जा रही है ।


 ट्रैप करने के लिए रिश्वत के पैसे निगरानी ब्यूरो के स्तर से मुहैया कराने के प्रावधान मौजूद हैं। वर्तमान में ट्रैप में जो राशि दी जाती है वह संबंधित शिकायतकर्ता की होती है। घूस लेते रंगे हाथ पकड़े जाने पर इस राशि को प्रदर्श के तौर पर जमा किया जाता है। राशि उस समय तक उस व्यक्ति को नहीं मिलती है जब तक इस पर कोर्ट के स्तर से कोई फैसला नहीं आ जाता। कोर्ट में साक्ष्य के तौर पर इसे प्रस्तुत करके इस राशि को रिलीज करने की विधिवत प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती, इतने समय तक यह राशि निगरानी ब्यूरो में साक्ष्य के तौर पर जमा रहती है ।


निगरानी के डीजे की तरफ से बताया गया है कि यह नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है । इससे संबंधित सभी तैयारी और ट्रेजरी से राशि का बंदोबस्त कर लिया गया है ।अब नई व्यवस्था से शिकायतकर्ता के पैसे नहीं फसेंगे। नई व्यवस्था से ट्रैप केस में बड़े घूसखोरों को दबोचने के मामले बढ़ेंगे। क्योंकि कई मामलों में जिसमें मोटी घूस मांगी जाती है, उसमें संबंधित व्यक्ति राशि फंसने के चक्कर में शिकायत नहीं करता है।