ब्रेकिंग न्यूज़

PM Kisan 21st Installment: इस दिन जारी हो सकती है पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त, आ गई संभावित डेट PM Kisan 21st Installment: इस दिन जारी हो सकती है पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त, आ गई संभावित डेट Patna Crime News: पटना में पूर्व मुखिया के घर छापेमारी से हड़कंप, भारी मात्रा में हथियार बरामद; बड़े नेता का है करीबी Patna Crime News: पटना में पूर्व मुखिया के घर छापेमारी से हड़कंप, भारी मात्रा में हथियार बरामद; बड़े नेता का है करीबी Bihar Politics: जन सुराज पार्टी की पहली लिस्ट जारी होते ही हंगामा, टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं ने किया प्रदर्शन Bihar Politics: जन सुराज पार्टी की पहली लिस्ट जारी होते ही हंगामा, टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं ने किया प्रदर्शन IPPB : ग्रामीण डाक सेवक में इतने पदों पर ऑनलाइन आवेदन शुरू, जानें पूरी प्रक्रिया Bihar Politics: “NDA में ऑल इज वेल: आखिरकार चिराग ने भाजपा की शर्त स्वीकार की; सामने आई थम्बअप वाली फोटो” बिहार में ‘शोले स्टाइल’ ड्रामा: पिता की डांट से नाराज बेटी 70 फीट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ी, मचा हड़कंप बिहार में ‘शोले स्टाइल’ ड्रामा: पिता की डांट से नाराज बेटी 70 फीट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ी, मचा हड़कंप

Bihar News: भ्रष्ट अफसरों - कर्मियों को पकड़वाने के लिए रिश्वत के पैसे सरकार देगी, अब बड़े घूसखोरों को करें बेनकाब....

Bihar News: भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों - कर्मियों को ट्रैप करने के लिए सरकार नई व्यवस्था कर करने जा रही है। सरकारी सेवकों को दबोचने के लिए सरकार पैसा देगी। सरकारी कर्मी या

Bihar News:

22-Jan-2025 09:26 AM

By First Bihar

Bihar News: भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों - कर्मियों को ट्रैप करने के लिए सरकार नई व्यवस्था कर करने जा रही है। सरकारी सेवकों को दबोचने के लिए सरकार पैसा देगी। सरकारी कर्मी या अधिकारी के द्वारा मांगी मांगी जाने वाले घूस की राशि को अब निगरानी ब्यूरो उपलब्ध कराएगी । यह व्यवस्था पहली बार लागू की जा रही है ।


 ट्रैप करने के लिए रिश्वत के पैसे निगरानी ब्यूरो के स्तर से मुहैया कराने के प्रावधान मौजूद हैं। वर्तमान में ट्रैप में जो राशि दी जाती है वह संबंधित शिकायतकर्ता की होती है। घूस लेते रंगे हाथ पकड़े जाने पर इस राशि को प्रदर्श के तौर पर जमा किया जाता है। राशि उस समय तक उस व्यक्ति को नहीं मिलती है जब तक इस पर कोर्ट के स्तर से कोई फैसला नहीं आ जाता। कोर्ट में साक्ष्य के तौर पर इसे प्रस्तुत करके इस राशि को रिलीज करने की विधिवत प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती, इतने समय तक यह राशि निगरानी ब्यूरो में साक्ष्य के तौर पर जमा रहती है ।


निगरानी के डीजे की तरफ से बताया गया है कि यह नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है । इससे संबंधित सभी तैयारी और ट्रेजरी से राशि का बंदोबस्त कर लिया गया है ।अब नई व्यवस्था से शिकायतकर्ता के पैसे नहीं फसेंगे। नई व्यवस्था से ट्रैप केस में बड़े घूसखोरों को दबोचने के मामले बढ़ेंगे। क्योंकि कई मामलों में जिसमें मोटी घूस मांगी जाती है, उसमें संबंधित व्यक्ति राशि फंसने के चक्कर में शिकायत नहीं करता है।