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25-Aug-2025 10:25 AM
By First Bihar
BIHAR ELECTION : "पहले कुछ था जी, अब देखो कितना कुछ हो गया है, पहले लोग शाम में घर से बाहर निकलता था अब देखो लोग रात में भी बिना किसी भय के चलता है" यह बातें आप अक्सर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषणों में सुनते आ रहे हैं। लेकिन,अब यह बातें सिर्फ केंद्र और बिहार के गिने चुने नेता ही करेंगे। इसके अलावा इस विधानसभा चुनाव में बाकी के नेता इस एजेंडा से थोड़ा अलग नजर आएंगे। हम यह बातें इस वजह से कह रहे हैं कि क्योंकि इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए थोड़ी अलग रणनीति तैयार कर रही है।
जानकारी के अनुसार,इस विधानसभा चुनाव में एनडीए पहले की तरह जंगलराज की बातों को लेककर जनता के बीच नहीं जाएगी बल्कि इस बार का प्लान कुछ अलग होगा। एनडीए के अंदरखाने इस बात की चर्चा हो रही है कि अब बिहार की जनता के लिए जंगलराज उतना बड़ा मुद्दा नहीं रहा इसके पीछे की वजह यह है कि अब वह दौर नहीं है इसलिए इसे मुद्दा बनाकर अपने पक्ष में अधिक वोट नहीं बना सकते। इस मुद्दे से वही लोग प्रभावित होते हैं जो 50 से 60 साल के आयु वर्ग के है और किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इसलिए इसको लेकर बहुत अधिक जनता को प्रभावित अब नहीं कर पाएंगे। लिहाजा उन्होंने नया प्लान तैयार किया है।
ऐसे में जो जानकारी निकल कर बाहर आ रही है उसके मुताबिक इस बार एनडीए जंगलराज का शोर नहीं करने वाली है बल्कि सत्ता में आने के बाद कौन -कौन से काम हुए हैं उसको लेकर जनता के पास जाएगी। यह करीब 20 साल बाद होने जा रहा है कि इस बार एनडीए इसे बड़ा मुद्दा नहीं मान रही है। इसके इतर वह नीतीश सरकार के ठोस उपलब्धियों पर जोर दे रहा है। इस बार जंगलराज के बदले इस बार कैबिनेट से फ्री बिजली,वृद्धजन पेंशन की राशि में हुई बढ़ोतरी को लेकर मुद्दा बनाकर एनडीए जनता के बीच जाएगा।
इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत सबसे अधिक बातें वृद्धजन पेंशन पर हो रही। इन दो मुद्दों को विधानसभावार सम्मेलन के माध्यम से एनडीए ने चुनाव लिए आगे कर दिया है। इसके अलावा आधारभूत संरचना के क्षेत्र में हुए काम की के भी चर्चा की जा रही। सम्मेलन में एनडीए के नेता नीतीश सरकार की ओर से हाल के दिनों में उपलब्ध कराई गई सरकारी नौकरी व रोजगार पर भी जोरदार अंदाज में चर्चा कर रहे।